सलमान खान की हालिया रिलीज़ फिल्म ‘सिकंदर’ को पायरेसी ने तगड़ा झटका दिया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, फिल्म को पायरेटेड वर्जन के कारण करीब ₹91 करोड़ का नुकसान हुआ है। अब इस नुकसान की भरपाई के लिए निर्माता साजिद नाडियाडवाला की कंपनी Nadiadwala Grandson Entertainment Pvt. Ltd. (NGEPL) इंश्योरेंस क्लेम दाखिल करने की तैयारी में है। यह बॉलीवुड इतिहास का सबसे बड़ा डिजिटल पायरेसी इंश्योरेंस क्लेम माना जा रहा है।
कैसे हुआ नुकसान का आंकलन?
सूत्रों के अनुसार, इस मामले की आंतरिक जांच के लिए Ernst & Young (EnY) को ऑडिट सौंपा गया था।
उन्होंने निम्नलिखित आधारों पर नुकसान का विश्लेषण किया:
- थिएट्रिकल रिलीज़ से पहले की संभावित कमाई
- सीट ऑक्यूपेंसी डेटा
- विभिन्न क्षेत्रों के हिसाब से आय में गिरावट
- डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर पाइरेटेड वर्जन की उपलब्धता और ट्रेसिंग
EnY की रिपोर्ट ने स्पष्ट किया कि यह आंकड़ा केवल अनुमान नहीं, बल्कि थियेट्रिकल और डिजिटल कमाई का संभावित वास्तविक नुकसान दर्शाता है।
फिल्म कैसे और कब लीक हुई?
ऑडिट रिपोर्ट के अनुसार, फिल्म के पाइरेटेड वर्जन रिलीज़ के कुछ घंटों बाद ही विभिन्न Telegram ग्रुप्स और अवैध स्ट्रीमिंग साइट्स पर लीक हो गए थे। कुछ मामलों में तो यह रिलीज से पहले ही लीक हो चुकी थी।
लीक के प्रमुख स्रोत:
- Tamilrockers
- Movierulz
- Filmizilla
- कई टेलीग्राम चैनल
इन साइट्स और चैनलों ने फुल मूवी डाउनलोड और स्ट्रीमिंग के लिए उपलब्ध करा दी थी।
पाइरेटेड वर्जन में क्या था अलग?
सूत्रों ने खुलासा किया कि पाइरेटेड वर्जन में थिएटर वर्जन से हटाए गए कई सीन्स शामिल थे, जैसे:
- धारावी में मेडिकल स्टूडेंट्स की सिकंदर से मुलाकात
- कमरुद्दीन का लंबा बीमारी फ्लैशबैक
- रश्मिका द्वारा वकील बनने का सपना
- वैदेही का सुसाइड अटेम्प्ट
- इंटरवल से पहले सिकंदर को कई समस्याओं का खुलासा
- एक टैक्सी ड्राइवर वाला खास सीन
इसके अलावा, एक ट्रेड सूत्र के मुताबिक, पाइरेटेड वर्जन में ‘लग जा गले’ का ओरिजिनल 1964 वर्जन था, जबकि थिएट्रिकल वर्जन में इसे यूलिया वंतूर ने गाया था।
क्या यह लीक अंदर से हुआ?
यह संदेह जताया जा रहा है कि यह लीक CBFC (सेंसर बोर्ड) की क्लियरेंस के बाद हुआ, क्योंकि पाइरेटेड वर्जन में कुछ ऐसे एलिमेंट थे जो पोस्ट-प्रोडक्शन के बाद जुड़े थे। इससे इनसाइडर के शामिल होने की आशंका है।
फिल्म का बजट और कमाई पर असर
- प्रोडक्शन बजट: ₹200 करोड़
- ओपनिंग कलेक्शन: ₹27.5 करोड़
- कुल कमाई: ₹103.45 करोड़
ट्रेड विशेषज्ञ मानते हैं कि अगर पायरेसी न होती, तो फिल्म आराम से ₹150-₹175 करोड़ तक की कमाई कर सकती थी।
अब तक कोई आधिकारिक क्लेम नहीं
हालांकि अभी तक इंश्योरेंस क्लेम फॉर्मली दर्ज नहीं हुआ है, लेकिन आंतरिक बातचीत और तैयारी शुरू हो चुकी है। अगर यह क्लेम फाइल होता है, तो यह भारत का सबसे बड़ा फिल्म पायरेसी इंश्योरेंस क्लेम बन जाएगा।
NGEPL और साजिद नाडियाडवाला की चुप्पी
NGEPL और निर्माता साजिद नाडियाडवाला की ओर से इस मुद्दे पर कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है।
डिजिटल एक्सपर्ट्स का नजरिया
एक डिजिटल सुरक्षा विशेषज्ञ ने कहा, “अब स्टूडियो साइबर इंश्योरेंस को गंभीरता से ले रहे हैं, जो इंडस्ट्री के लिए सकारात्मक संकेत है।”
‘सिकंदर’ के केस ने यह साफ कर दिया है कि डिजिटल पायरेसी फिल्म इंडस्ट्री के लिए एक गंभीर खतरा है। अगर इंश्योरेंस क्लेम को सफलतापूर्वक दाखिल और स्वीकार किया जाता है, तो यह केस आने वाले समय में बॉलीवुड में डिजिटल सुरक्षा और साइबर इंश्योरेंस की दिशा बदल सकता है।