सूत्रों के मुताबिक, कर्मचारी संख्या को बेहतर करने के लिए SAIL जल्द ही एक और वीआरएस (स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना) ला सकता है, जिससे कुल कर्मचारियों की संख्या 5,000-6,000 तक सीमित हो जाए। पिछली वीआरएस योजना 2019 में आई थी।
राउरकेला स्टील प्लांट (आरएसपी) में मौजूदा 11,800 कर्मचारियों को घटाकर 5,000-6,000 करने की योजना है। इसमें करीब 9,350 नॉन-एग्जीक्यूटिव, 1,700 एग्जीक्यूटिव, 780 खदान कर्मचारी और 12,000 संविदा मजदूर शामिल हैं।

राउरकेला: स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (SAIL) अपनी कंपनी को चुस्त-दुरुस्त और लागत में किफायती बनाने की बड़ी योजना पर काम कर रही है। इसके तहत राउरकेला स्टील प्लांट (आरएसपी) को 2025-26 से शुरू होने वाला पांच साल का ‘रणनीतिक कर्मचारी रोडमैप’ (SWR) तैयार करने को कहा गया है।
इस पहल के तहत आरएसपी के कर्मचारियों की संख्या को मौजूदा 11,800 से घटाकर 5,000-6,000 करने का प्लान है। इसमें 9,350 नॉन-एग्जीक्यूटिव, 1,700 एग्जीक्यूटिव, 780 खदान कर्मचारी और 12,000 संविदा मजदूर शामिल हैं।
11 फरवरी को आरएसपी के डायरेक्टर-इन-चार्ज आलोक वर्मा को लिखे पत्र में SAIL के डायरेक्टर (पर्सनल) केके सिंह ने कहा कि स्टील सेक्टर में हाल के बदलावों ने लंबी अवधि की रणनीति बनाने की जरूरत पैदा की है। इसके लिए आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल, कर्मचारी दक्षता बढ़ाना और स्मार्ट आउटसोर्सिंग जैसे कदम उठाकर कंपनी को सस्ता और मजबूत बनाना है।
पत्र में आरएसपी से 28 फरवरी तक SWR जमा करने को कहा गया है और यह भी निर्देश दिया गया कि सालाना भर्ती बजट इस रोडमैप के हिसाब से ही तैयार हो।
SAIL की मौजूदा स्थिति और लक्ष्य
SAIL का कहना है कि उसकी कर्मचारी संख्या काफी ज्यादा है। कंपनी में अभी 53,575 स्थायी कर्मचारी और 61,000 संविदा मजदूर हैं। इसकी श्रम उत्पादकता 604 टन क्रूड स्टील (टीसीएस)/प्रति कर्मचारी/साल है, जो घरेलू स्टील उद्योग के 1,400 टीसीएस/प्रति कर्मचारी/साल के मुकाबले काफी कम है।
पैरामीटर | SAIL | उद्योग औसत |
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श्रम उत्पादकता | 604 टीसीएस/प्रति कर्मचारी/साल | 1,400 टीसीएस/प्रति कर्मचारी/साल |
कर्मचारी लागत | कुल खर्च का 11% से ज्यादा | लगभग 2% |
SAIL की ‘प्रति टन कर्मचारी लागत’ भी उद्योग के मानकों से कहीं ज्यादा है। 2031-32 तक 35 मिलियन टन प्रति वर्ष (MTPA) उत्पादन क्षमता हासिल करने के अपने विस्तार और आधुनिकीकरण प्लान के साथ, SAIL का लक्ष्य 1,200 टीसीएस/प्रति कर्मचारी/साल की उत्पादकता हासिल करना है।
आरएसपी के लिए सुझाव
SAIL ने आरएसपी को स्थायी और संविदा कर्मचारियों का संतुलित मिश्रण अपनाने, नियमित और संविदा कर्मचारियों का अनुपात 1:1 रखने, और ऑटोमेशन व स्किल डेवलपमेंट जैसे कदम उठाने की सलाह दी है।
आरएसपी की मौजूदा 4.5 एमटीपीए क्षमता को 9.3 एमटीपीए तक बढ़ाने की योजना को देखते हुए, प्लांट को अपनी कर्मचारी योजना को इस बढ़ती क्षमता के साथ जोड़ने और भविष्य की स्किल जरूरतों का आकलन करने को कहा गया है।
पहले भी हुई थी कटौती
1995 में आरएसपी के नियमित नॉन-एग्जीक्यूटिव कर्मचारियों की संख्या करीब 29,000 थी, जो 2010 तक घटकर 18,000 और अब 9,350 हो गई है।
सूत्रों का कहना है कि कर्मचारी संख्या को बेहतर करने के लिए SAIL जल्द ही एक और वीआरएस योजना ला सकता है, जिससे कुल संख्या 5,000-6,000 तक पहुंच जाए। पिछली वीआरएस 2019 में आई थी।
कर्मचारी संगठन की चिंता
बीएमएस से जुड़े राउरकेला इस्पात कारखाना कर्मचारी संघ (RIKKS) के अध्यक्ष हिमांशु शेखर बाल ने कहा कि इस छंटनी से आरएसपी की कुल संख्या 5,000 से थोड़ा ज्यादा रह जाएगी। उनका कहना है कि निजी स्टील कंपनियों का मकसद मुनाफा कमाना होता है, लेकिन आरएसपी जैसे सरकारी उपक्रम का सामाजिक दायित्व है कि वह रोजगार पैदा करे और देश के लिए संपत्ति बनाए।
उन्होंने चिंता जताई कि SAIL की योजना लागू करने में नियमों की अनदेखी हो सकती है और इससे कार्यस्थलों पर जानलेवा हादसों का खतरा बढ़ सकता है।