मुंबई में गुड़ी पड़वा रैली को संबोधित करते हुए महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) प्रमुख राज ठाकरे ने औरंगज़ेब की कब्र को लेकर चल रहे विवाद पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने लोगों से “व्हाट्सएप फॉरवर्ड” और झूठे इतिहास से दूर रहने की अपील की।
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क्या बोले राज ठाकरे?
- “इतिहास किताबों से पढ़ो, सोशल मीडिया से नहीं!” – राज ठाकरे ने कहा कि लोग व्हाट्सएप और फिल्मों से इतिहास सीख रहे हैं, जो गलत है।
- “औरंगज़ेब की कब्र पर लड़ाई क्यों?” – उन्होंने पूछा कि जब पानी, पेड़ और रोजगार जैसे मुद्दे हैं, तो लोग सिर्फ औरंगज़ेब की कब्र पर क्यों लड़ रहे हैं?
- “शिवाजी का विचार औरंगज़ेब मार नहीं पाया!” – राज ठाकरे ने कहा कि औरंगज़ेब ने 27 साल महाराष्ट्र में बिताए, लेकिन छत्रपति शिवाजी के विचार को खत्म नहीं कर पाया।

“कब्र पर बोर्ड लगे – हमने इस बादशाह को मारा!”
राज ठाकरे ने मजाकिया अंदाज में कहा – “अगर औरंगज़ेब की कब्र हटाने की बात हो रही है, तो वहां एक बोर्ड लगा दो, जिस पर लिखा हो – ‘हमने इस बादशाह को मार दिया!'”
“हिंदू-मुस्लिम झगड़े से फायदा किसे?”
- उन्होंने कहा कि “राजनीतिक दल जानबूझकर हिंदू-मुस्लिम लड़ाई करवाते हैं।”
- “धर्म घर तक सीमित रहना चाहिए, सड़क पर नहीं।” – तुर्की का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि देश धर्म से नहीं, विकास से आगे बढ़ता है।
मराठी भाषा पर जोर
राज ठाकरे ने फिर से “मराठी भाषा” को लेकर सख्त रुख दिखाया। उन्होंने कहा – “जो महाराष्ट्र में रहता है, उसे मराठी बोलनी ही होगी!”
निष्कर्ष:
राज ठाकरे का संदेश साफ है – “इतिहास को सही स्रोतों से जानो, व्हाट्सएप से नहीं। औरंगज़ेब की कब्र से ज्यादा जरूरी आज के मुद्दे हैं!”