मध्य प्रदेश के महू में ‘जय बापू, जय भीम, जय संविधान’ रैली
इंदौर: लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने मध्य प्रदेश के महू में “जय बापू, जय भीम, जय संविधान” रैली को संबोधित किया। इस रैली में उन्होंने सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर निशाना साधा। उन्होंने रोजगार, संविधान और सामाजिक अधिकारों के मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की।

संविधान और विचारधारा की लड़ाई
राहुल गांधी ने कहा, “हिंदुस्तान में आज विचारधारा की लड़ाई चल रही है। एक तरफ कांग्रेस है, जो संविधान का पालन करती है और इसे बचाने के लिए संघर्ष कर रही है। दूसरी तरफ बीजेपी और आरएसएस हैं, जो संविधान को कमजोर और समाप्त करने का प्रयास कर रहे हैं।”
उन्होंने संविधान को केवल एक किताब नहीं, बल्कि हिंदुस्तान की हजारों साल पुरानी सोच और महापुरुषों की आवाज बताया। उन्होंने कहा, “संविधान में बाबा साहेब अंबेडकर, महात्मा गांधी, भगवान बुद्ध और महात्मा फुले जैसे महापुरुषों की विचारधारा शामिल है।”
संविधान के कमजोर होने से गरीबों पर असर
उन्होंने चेतावनी दी,
“जिस दिन संविधान कमजोर हो गया, उस दिन देश के गरीब, दलित, आदिवासी और पिछड़े वर्गों के लिए कोई अधिकार नहीं बचेंगे। आजादी से पहले गरीबों और दलितों के पास अधिकार नहीं थे। केवल राजा-महाराजाओं और धनी वर्ग के पास अधिकार थे। आज बीजेपी और आरएसएस उस समय की तरह का भारत बनाना चाहते हैं, जहां केवल अडानी-अंबानी जैसे अरबपतियों के पास अधिकार हों।”
नोटबंदी और जीएसटी पर हमला
राहुल गांधी ने नोटबंदी और जीएसटी को गरीबों के खिलाफ साजिश बताया। उन्होंने कहा, “नोटबंदी और जीएसटी जैसी नीतियां गरीबों को खत्म करने का औजार हैं। लाखों करोड़ रुपये अडानी और अंबानी जैसे अरबपतियों के खातों में जा रहे हैं। शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों का निजीकरण हो रहा है, जिससे केवल बड़े उद्योगपतियों को लाभ हो रहा है।”
बेरोजगारी पर सरकार को घेरा
राहुल गांधी ने रोजगार के मुद्दे पर भी सरकार की आलोचना की। उन्होंने कहा, “छोटे व्यापारियों और उद्योगों को जीएसटी और नोटबंदी ने बड़ा नुकसान पहुंचाया है। रोजगार मुख्य रूप से छोटे व्यवसाय देते हैं, न कि बड़े उद्योग। यहां तक कि आईआईटी जैसे संस्थानों के छात्रों को भी रोजगार नहीं मिल रहा है।”
गरीबों और युवाओं की स्थिति पर चिंता
राहुल गांधी ने कहा, “आपको गुलाम बनाया जा रहा है। अरबपतियों को लाखों-करोड़ों रुपये की सहायता दी जा रही है, लेकिन आम लोगों के पास रोजगार के अवसर खत्म हो रहे हैं। छोटे दुकानदारों से पूछें तो वे बताएंगे कि नोटबंदी और जीएसटी ने उनके व्यवसाय को कितना नुकसान पहुंचाया।”
राहुल गांधी ने अपने संबोधन में संविधान और गरीबों के अधिकारों की रक्षा के लिए संघर्ष जारी रखने की बात कही। उन्होंने बीजेपी और आरएसएस पर निशाना साधते हुए कहा कि वे देश को आजादी से पहले वाले दौर में ले जाना चाहते हैं, जहां गरीबों और वंचित वर्गों के पास कोई अधिकार नहीं थे।