BY: Yoganand Shrivastva
मुंबई | भीड़ में एक चेहरा ऐसा भी था जिसे कोई नहीं जानता था। उसकी चाल धीमी थी, लेकिन इरादा बिजली से भी तेज। वो 22 साल का दुबला-पतला सा लड़का जब मुंबई की सड़कों पर उतरा, तो सिर्फ एक सपना उसके साथ था—डांस। किसी को क्या पता था कि वही लड़का एक दिन शोहरत की परिभाषा बदल देगा। आज वही लड़का लाखों दिलों की धड़कन है—राघव जुयाल।
बर्थडे ब्वॉय राघव: अब 34 के हुए, लेकिन जज़्बा वही देहरादून वाला
राघव जुयाल आज 34 साल के हो चुके हैं। सोशल मीडिया पर फैन्स, बॉलीवुड सितारे और कोरियोग्राफर्स उन्हें बधाई देने में लगे हैं। लेकिन आज की शोहरत, चकाचौंध और कैमरे के पीछे जो संघर्ष की कहानी है, वो उतनी ही दिलचस्प और प्रेरणादायक है।
देहरादून से मुंबई की छलांग
1991 में जन्मे राघव उत्तराखंड की शांत वादियों में पले-बढ़े। उनके पिता एक वकील थे और चाहते थे कि बेटा पढ़-लिखकर किसी बड़े पेशे में जाए। लेकिन राघव का मन किताबों में नहीं, बल्कि डांस के स्टेप्स में बसता था। जब घरवालों ने रोकने की कोशिश की, तो राघव ने तय किया कि अब वक्त है सपनों को सड़कों पर चलने देने का।
वो देहरादून से भागकर मुंबई पहुंचा। जेब में ज्यादा पैसे नहीं थे, लेकिन आंखों में एक आग थी। ऑडिशन दर ऑडिशन, रिजेक्शन दर रिजेक्शन झेलता रहा, लेकिन रुका नहीं।
DID ने बदली किस्मत
2012 में ‘डांस इंडिया डांस सीजन 3’ ने राघव की जिंदगी की दिशा बदल दी। उनका स्लो मोशन डांस स्टाइल देश में पहली बार देखा गया। लोग हैरान थे, जज तक उनकी चाल को समझ नहीं पा रहे थे। वो “स्लो मोशन बॉय” बन चुके थे। लेकिन किस्मत ने यहाँ भी मज़ाक किया। टॉप 8 तक पहुंचने के बाद राघव को बाहर कर दिया गया।
पर कहानी वहीं खत्म नहीं हुई। एक मौका और मिला—वाइल्ड कार्ड एंट्री। और इस बार राघव ने शो पर अपनी परछाई छोड़ दी। उनके मूव्स, एक्सप्रेशन्स और टाइमिंग ने उन्हें दर्शकों का फेवरेट बना दिया।
डांसर से होस्ट तक का सफर
शो में पॉपुलैरिटी बढ़ी तो ऑफर मिलने लगे। राघव ने DID जैसे डांस शो को होस्ट करना शुरू किया। लेकिन उन्होंने सिर्फ एंकरिंग नहीं की—उसमें अपना रंग घोला। उनके डायलॉग, कॉमिक टाइमिंग और एनर्जी ने उन्हें परफेक्ट होस्ट बना दिया। कोरियोग्राफर रैमो डिसूजा ने भी उनकी खूब तारीफ की और हर प्रोजेक्ट में साथ रखने का फैसला किया।
जब डांसर ने थामा एक्टिंग का हाथ
2014 में आई फिल्म ‘सोनाली केबल’ में उन्हें एक छोटा रोल मिला। फिल्म फ्लॉप रही, लेकिन राघव को कोई फर्क नहीं पड़ा। 2015 में ‘एबीसीडी 2’ में उन्होंने वरुण धवन और श्रद्धा कपूर के साथ काम किया। इस फिल्म में उन्होंने न केवल डांस बल्कि अपनी एक्टिंग से भी फैंस का दिल जीत लिया।
एक्शन और कॉमेडी, दोनों में माहिर
राघव ने खुद को केवल डांस या कॉमेडी तक सीमित नहीं रखा। 2020 में ‘स्ट्रीट डांसर’ में उन्होंने गंभीर अभिनय किया। फिर ‘अभय’ जैसी सीरीज में उनके अभिनय की गहराई दिखी।
2023 में आई सलमान खान स्टारर फिल्म ‘किसी का भाई किसी की जान’ में राघव ने कमाल की परफॉर्मेंस दी। इसके बाद आई फिल्म ‘किल’ में उनका एक्शन अवतार देखने को मिला और 2024 में ‘युध्रा’ में उन्होंने पूरी तरह से एक एक्शन स्टार के रूप में खुद को स्थापित कर दिया।
राघव की सफलता की कुंजी: आत्मविश्वास और मौलिकता
राघव जुयाल की सफलता का सबसे बड़ा राज उनकी मौलिकता है। उन्होंने न किसी की नकल की, न ही किसी के रास्ते पर चले। उन्होंने खुद का स्टाइल बनाया, खुद की चाल गढ़ी और अपनी एक अलग पहचान बनाई।
आज का राघव: हर युवा का इंस्पिरेशन
राघव आज लाखों युवाओं के लिए प्रेरणा हैं। छोटे शहर से आया एक लड़का जिसने न पढ़ाई में टॉप किया, न एक्टिंग सीखी, लेकिन आज एक डांसर, होस्ट और एक्टर के रूप में तीनों फील्ड्स में एक मुकाम बना चुका है।