🌧️ आगामी बरसात से पहले धमतरी प्रशासन अलर्ट मोड में
धमतरी, छत्तीसगढ़ — जैसे-जैसे मानसून नजदीक आ रहा है, वैसे-वैसे धमतरी जिला प्रशासन ने बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदाओं से निपटने की व्यापक तैयारियां शुरू कर दी हैं। प्रशासन का फोकस है कि किसी भी आपात स्थिति में आमजन को तुरंत राहत मिले और जान-माल की हानि को रोका जा सके।
🛑 कंट्रोल रूम और हेल्पलाइन नंबर जारी
बाढ़ प्रबंधन के तहत जिला प्रशासन ने 24×7 कंट्रोल रूम की स्थापना कर दी है। इसमें कर्मचारियों की 24 घंटे की तैनाती की गई है ताकि किसी भी आपातकालीन सूचना पर तत्काल कार्रवाई हो सके।
📞 टोल-फ्री हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है, जिससे आम लोग तत्काल सहायता मांग सकें।
🌊 महानदी और पैरी नदी के तटीय गांवों को राहत
धमतरी जिले के भीतर महानदी और पैरी नदी के किनारे बसे लगभग 70 गांव हर साल बाढ़ की चपेट में आते हैं। इस बार प्रशासन ने इन गांवों को चार महीने का राशन पहले से ही आवंटित कर दिया है, ताकि बाढ़ के दौरान किसी को खाद्यान्न की कमी न हो।
🚨 SDRF को किया गया अलर्ट
किसी भी आपदा की स्थिति में तत्काल राहत कार्यों के लिए एसडीआरएफ (SDRF) की टीम को अलर्ट मोड पर रखा गया है। ये टीमें बाढ़, जलभराव, और अन्य आपात स्थितियों में त्वरित कार्रवाई करेंगी।
💧 बीमारियों की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग सक्रिय
हर साल बारिश के दौरान कुछ गांवों में डायरिया, पीलिया और जलजनित बीमारियां फैलने का खतरा रहता है। इसे देखते हुए:
पीएचई (PHE) और स्वास्थ्य विभाग को इन संवेदनशील गांवों में जरूरी दवाइयों और चिकित्सा सुविधाओं की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं।
साफ पेयजल और सैनिटेशन को प्राथमिकता दी जा रही है।
👨💼 जिम्मेदारी का निर्धारण
इस पूरे राहत और बचाव अभियान की निगरानी के लिए धमतरी के एडीएम को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। वे सभी विभागों के समन्वय से व्यवस्थाओं की निगरानी करेंगे और जरूरत पड़ने पर त्वरित निर्णय लेंगे।