नई दिल्ली: भारत के यूके हाई कमिश्नर विक्रम दोरास्वामी ने पाकिस्तान पर आतंकवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाते हुए एक चौंकाने वाली तस्वीर पेश की। यह तस्वीर ऑपरेशन सिंदूर में मारे गए आतंकवादियों के अंतिम संस्कार की है, जिसमें पाकिस्तानी सेना के अधिकारी और अमेरिकी प्रतिबंधों वाले आतंकवादी हाफिज अब्दुर रौफ (जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख मसूद अजहर के भाई) एक साथ नजर आ रहे हैं।
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2. तस्वीर का विवरण (Image Breakdown)

- तस्वीर में क्या है?
- हाफिज अब्दुर रौफ (US-सैंक्शंड आतंकवादी)
- पीछे पाकिस्तानी सैन्य अधिकारी (यूनिफॉर्म में)
- आतंकवादियों के ताबूतों पर पाकिस्तान का राष्ट्रीय झंडा
- भारत का दावा:
- पाकिस्तान आतंकवादियों को राजकीय सम्मान देकर उन्हें सीधा समर्थन दे रहा है।
3. पृष्ठभूमि (Context)
- ऑपरेशन सिंदूर:
- 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले (26 लोगों की मौत) के जवाब में भारत ने पाकिस्तान और PoK में 9 आतंकी ठिकानों पर हवाई हमले किए।
- मुख्य निशाना: बहावलपुर (पंजाब, पाकिस्तान) में जैश-ए-मोहम्मद का मुख्यालय।
- अब्दुल रौफ अजहर का इतिहास:
- 1999: इंडियन एयरलाइंस हाइजैकिंग (IC-814)
- 2001: संसद हमला
- 2016: पठानकोट एयरबेस अटैक
4. पाकिस्तान की प्रतिक्रिया (Pakistan’s Response)
- पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय जांच की मांग की, लेकिन भारत ने इसे खारिज करते हुए पिछले अनुभवों का हवाला दिया:
- 2016 पठानकोट हमला: भारत ने पाकिस्तानी जांचकर्ताओं को सेंसिटिव एयरबेस तक पहुंच दी, लेकिन सहयोग नहीं मिला।
- 2008 मुंबई हमला: पाकिस्तान ने सबूतों को नजरअंदाज किया।
5. निष्कर्ष (Conclusion)
भारत ने यह साबित कर दिया है कि पाकिस्तान सरकार और सेना आतंकवादियों को संरक्षण देती है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय को इस मामले में सख्त रुख अपनाना चाहिए।