ओडिशा सरकार ने राज्य के डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर और आईटी सेक्टर को बढ़ावा देने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। राज्य के कार्य मंत्री प्रीथ्वीराज हरिचंदन ने घोषणा की है कि कटक-भुवनेश्वर ट्विन सिटी में 1,000 हेक्टेयर में फैला एक विशाल आईटी पार्क विकसित किया जाएगा। यह परियोजना ओडिशा को भारत की डिजिटल इकोनॉमी में एक प्रमुख केंद्र के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
क्या खास होगा इस आईटी पार्क में?
- प्लग एंड प्ले सुविधा: आईटी कंपनियों को तुरंत ऑपरेशन शुरू करने के लिए रेडी-टू-यूज़ बिल्ट-अप स्पेस मिलेगा।
- 10 लाख वर्ग मीटर का बिल्ट-अप एरिया: भुवनेश्वर में आधुनिक ऑफिस इंफ्रास्ट्रक्चर से लैस यह पार्क स्टार्टअप्स और बड़ी कंपनियों को आकर्षित करेगा।
- रोजगार के अवसर: इस पार्क से हजारों युवाओं को नौकरियां मिलने की उम्मीद है।
ओडिशा का लक्ष्य: पूर्वी भारत का आईटी हब बनना
मंत्री हरिचंदन ने कहा कि यह परियोजना ओडिशा को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय आईटी कंपनियों के लिए एक आकर्षक डेस्टिनेशन बनाएगी। सरकार का लक्ष्य अगले 5 वर्षों में राज्य के इंफ्रास्ट्रक्चर को पूरी तरह बदलना है, जिसमें शहरी और ग्रामीण कनेक्टिविटी पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
अन्य प्रमुख घोषणाएं
- ओडिशा इंडस्ट्रियल सिक्योरिटी फोर्स (OISF) में 1,040 नई पोस्ट्स का सृजन।
- स्पेन के राजदूत ने ओडिशा के मुख्यमंत्री से मुलाकात की और निवेश के अवसरों पर चर्चा की।
क्यों महत्वपूर्ण है यह आईटी पार्क?
- डिजिटल ओडिशा की ओर बढ़ता कदम
- युवाओं को मिलेंगे हाई-टेक जॉब्स
- इकोनॉमी को मिलेगी बड़ी बढ़त
इसके अलावा, राज्य सरकार ने सड़क, बिजली और जल आपूर्ति जैसी बुनियादी सुविधाओं को भी अपग्रेड करने की योजना बनाई है।
निष्कर्ष:
ओडिशा सरकार की यह योजना न केवल राज्य के आर्थिक विकास को गति देगी, बल्कि युवाओं के लिए बेहतर रोजगार के अवसर भी पैदा करेगी। अगर यह परियोजना सफल रही, तो भुवनेश्वर और कटक भारत के प्रमुख टेक हब में शामिल हो सकते हैं।