BY: Yoganand Shrivastva
नई दिल्ली : विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने गुरुवार को एक प्रेस वार्ता में कई अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर सरकार का पक्ष स्पष्ट किया। उन्होंने शंघाई सहयोग संगठन (SCO) की बैठक से लेकर अमेरिका की ट्रैवल एडवाइजरी और इजरायल-ईरान संघर्ष से भारतीयों की सुरक्षित वापसी जैसे अहम विषयों पर विस्तार से जानकारी दी।
आतंकवाद पर क्यों नहीं बन पाया संयुक्त बयान?
रणधीर जायसवाल ने बताया कि 25 और 26 जून को आयोजित SCO रक्षा मंत्रियों की बैठक में भारत ने आतंकवाद को लेकर सख्त रुख अपनाया। भारत ने स्पष्ट रूप से कहा कि आतंकवाद किसी भी रूप में स्वीकार्य नहीं है और इसे किसी भी तरह से वैध नहीं ठहराया जा सकता।
हालांकि, उन्होंने बताया कि एक सदस्य देश ने भारत के इस स्पष्ट रुख पर असहमति जताई, जिसकी वजह से बैठक के बाद साझा बयान (जॉइंट स्टेटमेंट) जारी नहीं हो सका। इसके बावजूद भारत ने अपने राष्ट्रीय वक्तव्य में आतंकवाद पर अपनी स्थिति दोहराई और कड़ा संदेश दिया।
अमेरिका की ट्रैवल एडवाइजरी पर भारत की प्रतिक्रिया
हाल ही में अमेरिका द्वारा भारत के लिए जारी की गई नई यात्रा एडवाइजरी पर पूछे गए सवाल के जवाब में जायसवाल ने कहा कि,
“भारत लंबे समय से ‘लेवल 2’ की श्रेणी में शामिल है और इसमें किसी तरह का बदलाव नहीं किया गया है।”
उन्होंने इसे नियमित प्रक्रिया बताया और कहा कि अमेरिकी विदेश विभाग समय-समय पर इस प्रकार की सलाह जारी करता है, जिससे घबराने की जरूरत नहीं है।
‘ऑपरेशन सिंधु’ पर क्या बोले प्रवक्ता?
प्रवक्ता ने ‘ऑपरेशन सिंधु’ की सफलता को भारत की कूटनीतिक और मानवीय प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया। यह ऑपरेशन 18 जून को शुरू किया गया था, जिसका उद्देश्य था इजरायल और ईरान के संघर्ष क्षेत्र से भारतीय नागरिकों को सुरक्षित निकालना।
रणधीर जायसवाल ने इस ऑपरेशन में सहयोग के लिए ईरान सरकार का विशेष रूप से आभार जताया, जिन्होंने भारतीयों की वापसी के लिए अपने हवाई क्षेत्र को खोला। इसके साथ ही उन्होंने तुर्कमेनिस्तान, जॉर्डन और मिस्र की सरकारों को भी समर्थन के लिए धन्यवाद दिया।