टाटा मोटर्स: सीएलएसए ने दी ऊंची रेटिंग
प्रमुख ब्रोकरेज फर्म सीएलएसए ने टाटा मोटर्स के शेयरों की रेटिंग को बेहतर करते हुए इसे हाई-कॉन्फिडेंस आउटपरफॉर्म का दर्जा दिया है। यह अपग्रेड स्टॉक में 40% की गिरावट के बाद आया है, जिसके चलते सीएलएसए का मानना है कि मौजूदा कीमत निवेश के लिए आकर्षक है।
सीएलएसए का विश्लेषण
- मध्यम और भारी वाहनों में सुधार की उम्मीद: सीएलएसए का कहना है कि कुछ कमजोर वर्षों के बाद, वित्तीय वर्ष 2027 से मध्यम और भारी वाहनों में चक्रीय सुधार शुरू हो सकता है, जिसका असर अगली कुछ तिमाहियों में दिखेगा।
- जेएलआर का मूल्यांकन: जेएलआर (जगुआर लैंड रोवर) का मौजूदा ट्रेडिंग मूल्य FY27CL EV/EBITDA के 1.2 गुना पर है, जो इसके सामान्य 2.5 गुना से काफी कम है। सीएलएसए के अनुसार, जेएलआर का प्रति शेयर मूल्य 320 रुपये है, जबकि लक्ष्य मूल्य 450 रुपये है।
- अमेरिकी टैरिफ का प्रभाव: अमेरिकी टैरिफ वृद्धि और कमजोर मांग के बावजूद, मौजूदा कीमत पर्याप्त सुरक्षा प्रदान करती है।
टाटा मोटर्स का शेयर लक्ष्य मूल्य 2025
सीएलएसए ने टाटा मोटर्स के लिए 930 रुपये का लक्ष्य मूल्य निर्धारित किया है, जो 19 फरवरी 2025 को 680 रुपये की मौजूदा कीमत से 36% की बढ़त दर्शाता है।
विवरण | मूल्य (रुपये) |
---|---|
मौजूदा शेयर मूल्य | 680 |
लक्ष्य मूल्य (सीएलएसए) | 930 |
संभावित बढ़त (%) | 36% |
मल्टीबैगर स्टॉक्स में भारी गिरावट
पिछले कुछ वर्षों में शानदार रिटर्न देने वाले कई मल्टीबैगर स्टॉक्स अब भारी नुकसान के दौर से गुजर रहे हैं। अक्टूबर 2024 से फरवरी 2025 तक चली बाजार सुधार की लहर में इन शेयरों ने निवेशकों की पूंजी को बड़ा झटका दिया है।
प्रमुख मल्टीबैगर स्टॉक्स का प्रदर्शन
- वारी रिन्यूएबल टेक्नोलॉजीज: मार्च 2020 से सितंबर 2024 तक 87,244% की वृद्धि के बाद, पिछले पांच महीनों में 70% की गिरावट।
- एनजीएल फाइन-केम: अक्टूबर 2024 से फरवरी 18, 2025 तक 71% की कमी।
- राजू इंजीनियर्स: 11,500% रिटर्न के बाद 70% की गिरावट।
- कीर्ति इंडस्ट्रीज: इसी अवधि में 69% नीचे।
बाजार का हाल
- बीएसई सेंसेक्स: अक्टूबर 2024 से 10% की गिरावट।
- बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप: क्रमशः 19% और 22% नीचे।
- गिरावट के कारण: विदेशी संस्थागत निवेशकों की बिकवाली, कमजोर तिमाही नतीजे, रुपये में गिरावट और अमेरिकी टैरिफ की आशंका।
बाजार विशेषज्ञों की राय
एमके ग्लोबल फाइनेंशियल सर्विसेज के अनुसार, Q2FY25 के नतीजे निराशाजनक रहे, जिसमें निफ्टी और बीएसई 500 के लिए लाभ वृद्धि सिंगल डिजिट में रही। विशेषज्ञों का मानना है कि बाजार इस तिमाही में दबाव में रहेगा, लेकिन Q1FY26 से सुधार की उम्मीद है।
सुझाए गए सेक्टर
- विवेकाधीन (डिस्क्रेशनरी)
- हेल्थकेयर
- टेलीकॉम
निष्कर्ष
टाटा मोटर्स जैसे स्टॉक्स में निवेश के अवसर दिख रहे हैं, वहीं मल्टीबैगर स्टॉक्स की गिरावट निवेशकों के लिए सबक है। बाजार में उतार-चढ़ाव के बीच सही रणनीति और धैर्य जरूरी है।
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