रिपोर्ट- विष्णु गौतम, भिलाई
दुर्ग जिले के नव पदस्थ कलेक्टर अभिजीत सिंह ने आज लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल, सुपेला का औचक निरीक्षण किया। कलेक्टर के अचानक पहुंचने से अस्पताल प्रशासन में हड़कंप मच गया। सूचना मिलते ही अस्पताल के प्रभारी पीयाम सिंह मौके पर पहुंचे और उन्हें अस्पताल के प्रत्येक विभाग का निरीक्षण करवाया।
ओपीडी में हड़कंप, तीन डॉक्टर नदारद
निरीक्षण के दौरान कलेक्टर सीधे ओपीडी में पहुंचे और मरीजों से बातचीत की। उन्होंने डॉक्टरों से इलाज की प्रक्रिया को लेकर सवाल-जवाब किए, जिससे कई डॉक्टर हड़बड़ा गए। निरीक्षण के दौरान तीन डॉक्टर ड्यूटी से नदारद मिले, जिन पर कलेक्टर ने नाराजगी जताई और उन्हें शो-कॉज नोटिस भेजने के निर्देश दिए।
स्वच्छता और सुविधाओं की खुली पोल
अस्पताल के विभिन्न वार्डों के दौरे के दौरान मरीजों ने शिकायत की कि कई दिनों से बेडशीट नहीं बदली गई है, जिससे सफाई व्यवस्था पर सवाल खड़े हो गए। मरीजों को मिलने वाले भोजन को लेकर भी असंतोष देखा गया, क्योंकि डाइट चार्ट के अनुसार खाना नहीं दिया जा रहा था। इसके अलावा, अस्पताल में मिलने वाली सरकारी योजनाओं की जानकारी भी मरीजों को सही से नहीं दी जा रही थी।
अस्पताल में गंदगी और कबाड़ देख कलेक्टर नाराज
निरीक्षण के दौरान अस्पताल में कई जगह गंदगी और कबाड़ देखकर कलेक्टर अभिजीत सिंह बेहद नाराज हो गए। उन्होंने तत्काल सफाई व्यवस्था सुधारने और जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए। इसके अलावा, उन्होंने OST सेंटर को अलग बिल्डिंग में शिफ्ट करने का आदेश दिया, जिससे मरीजों को बेहतर सुविधाएं मिल सकें।
डेली वेज कर्मचारियों की वेतन समस्या
अस्पताल में कार्यरत डेली वेज कर्मचारी भी कलेक्टर से मिले और अपनी समस्याएं बताईं। उन्होंने शिकायत की कि उन्हें मात्र 5 से 6 हजार रुपये मासिक वेतन मिल रहा है, जो उनके गुजारे के लिए अपर्याप्त है। कर्मचारियों ने कलेक्टर से कलेक्टर दर से वेतन देने की मांग की, जिस पर कलेक्टर ने उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया।
अस्पताल परिसर में अतिक्रमण का मामला
निरीक्षण के दौरान अस्पताल परिसर में अवैध अतिक्रमण की जानकारी मिली। इस पर कलेक्टर ने सीमांकन कर अवैध कब्जे हटाने के निर्देश दिए। उन्होंने अस्पताल से लगे शोरूम के सीमांकन की प्रक्रिया भी जल्द शुरू करने के आदेश दिए।
तत्काल प्रभाव से सुधार के आदेश
निरीक्षण के दौरान पाई गई अनियमितताओं को लेकर कलेक्टर ने तत्काल प्रभाव से सुधार के निर्देश दिए और जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने के संकेत दिए।
कलेक्टर के इस औचक निरीक्षण से अस्पताल प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है। उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही अस्पताल की व्यवस्थाओं में सुधार देखने को मिलेगा।