कहा “इसे उत्सव मत बनाइए”
मुंबई, महाराष्ट्र – 26/11 मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड तहव्वुर राणा को भारत लाए जाने के बाद शुरू हुई सियासी बयानबाज़ी के बीच शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे गुट) के वरिष्ठ नेता और सांसद संजय राउत ने शुक्रवार को भाजपा सरकार पर तीखा हमला बोला।
पत्रकारों से बात करते हुए संजय राउत ने कहा, “राणा को भारत लाया गया है, यह एक कानूनी प्रक्रिया का हिस्सा है, ठीक वैसे ही जैसे अबू सलेम को भारत लाया गया था। इसमें प्रशासन और जांच एजेंसियों की सराहना होनी चाहिए, लेकिन भाजपा इसे उत्सव की तरह मना रही है और इसका श्रेय लेने में लगी है।”
राउत ने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा, “अगर आप राणा को लाने का श्रेय लेना चाहते हैं, तो फिर पुलवामा हमले का भी श्रेय लीजिए। अगर वाकई देश की सुरक्षा को लेकर इतने संवेदनशील हैं, तो कुलभूषण जाधव को पाकिस्तान से वापस लाइए। मेहुल चोकसी और नीरव मोदी जैसे आर्थिक अपराधियों को भी वापस लाइए, तब जाकर आपकी मंशा पर विश्वास किया जाएगा।”
संजय राउत ने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा हर संवेदनशील मुद्दे को राजनीतिक लाभ के लिए इस्तेमाल करती है। उन्होंने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई एक राष्ट्रीय प्रयास है और इसे किसी एक पार्टी का एजेंडा बनाना उचित नहीं है।
इस पूरे घटनाक्रम से यह साफ हो गया है कि तहव्वुर राणा की वापसी केवल एक कानूनी प्रक्रिया नहीं, बल्कि राजनीतिक बहस का मुद्दा भी बन गया है। जहां एक ओर भाजपा इसे अपनी सफलता के रूप में पेश कर रही है, वहीं विपक्ष इसे “श्रेय की राजनीति” करार दे रहा है।
अब देखना यह होगा कि इस मामले में आगे क्या रुख अख्तियार किया जाता है और क्या वास्तव में यह कदम भारत की न्याय प्रक्रिया को मजबूत करने की दिशा में कारगर साबित होता है या नहीं।