BY: MOHIT JAIN
मध्यप्रदेश में फिलहाल भारी बारिश से राहत मिलने वाली है। मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले चार दिनों तक राज्य में भारी बारिश की संभावना नहीं है। हालांकि भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर और जबलपुर जैसे बड़े शहरों में हल्की बारिश का दौर जारी रह सकता है।
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि 15-16 सितंबर से नया सिस्टम बनने के बाद प्रदेश में फिर से तेज बारिश का दौर शुरू हो सकता है।
फिलहाल भारी बारिश के आसार क्यों नहीं
- वर्तमान में सक्रिय सभी मौसम प्रणालियां (Weather Systems) मध्यप्रदेश से काफी दूर हैं।
- इस वजह से प्रदेश में फिलहाल तेज बारिश की संभावना कम है।
- 15-16 सितंबर को मौसम प्रणाली नजदीक आने पर फिर से बारिश बढ़ सकती है।
मध्यप्रदेश में अब तक का बारिश का आंकड़ा
- प्रदेश में अब तक औसत 41.6 इंच बारिश हो चुकी है।
- यह सामान्य कोटे से 10% ज्यादा है।
- मानसून की शुरुआत 16 जून को हुई थी।
- सामान्य रूप से अब तक 34.2 इंच पानी गिरना था, लेकिन 7.4 इंच अतिरिक्त बारिश हुई है।
- प्रदेश का औसत बारिश कोटा 37 इंच है, जो पिछले सप्ताह ही पूरा हो गया।
30 जिलों में बारिश का कोटा फुल
अब तक 30 जिलों में सामान्य बारिश का कोटा पूरा हो चुका है। इनमें शामिल हैं:
भोपाल, राजगढ़, रायसेन, विदिशा, अलीराजपुर, बड़वानी, कटनी, नरसिंहपुर, सिवनी, मंडला, ग्वालियर, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, दतिया, पन्ना, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, रतलाम, मंदसौर, नीमच, आगर-मालवा, भिंड, मुरैना, श्योपुर, सिंगरौली, सीधी, सतना और उमरिया।
सबसे ज्यादा बारिश वाला जिला
- श्योपुर जिले में 213% बारिश हो चुकी है, जो सामान्य से कहीं ज्यादा है।
- कई जिलों में यह आंकड़ा 150% से भी ऊपर पहुंच गया है।
कम बारिश वाले जिले
मालवा-निमाड़ यानी इंदौर-उज्जैन संभाग के कई जिलों में बारिश की स्थिति खराब है।
- खरगोन
- बुरहानपुर
- खंडवा
- शाजापुर
- बड़वानी
इन जिलों में अभी तक 27 इंच बारिश भी नहीं हुई है।
मध्यप्रदेश में मानसून अब तक सामान्य से बेहतर प्रदर्शन कर रहा है। आने वाले कुछ दिनों तक बारिश कम रहेगी, लेकिन 15-16 सितंबर से फिर से मौसम बदल सकता है। किसान और आम लोग इस दौरान राहत की सांस ले सकते हैं।





