भोपाल। मध्यप्रदेश सरकार ने सोमवार देर रात प्रशासनिक महकमे में बड़ा फेरबदल करते हुए भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) के चार वरिष्ठ अधिकारियों के तबादले किए हैं। इसके साथ ही कई अफसरों के अतिरिक्त प्रभार भी बदले गए हैं। इस बदलाव में मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी (Chief Electoral Officer), लोक निर्माण विभाग (PWD), श्रम विभाग और संभागीय आयुक्त जैसे अहम पदों पर नई नियुक्तियां की गई हैं।
संजीव कुमार झा बने नए मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी
1996 बैच के वरिष्ठ IAS अधिकारी संजीव कुमार झा को मध्यप्रदेश का नया मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी नियुक्त किया गया है। फिलहाल वे राजस्व मंडल, ग्वालियर में सदस्य के पद पर कार्यरत थे। नए आदेश के अनुसार, वे निर्वाचन कार्य से संबंधित मामलों में विधि एवं विधायी कार्य विभाग के पदेन प्रमुख सचिव भी होंगे।
सुखबीर सिंह को मिला PWD का जिम्मा
अब तक मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के पद पर कार्यरत 1997 बैच के IAS अधिकारी सुखबीर सिंह को लोक निर्माण विभाग (PWD) का नया प्रमुख सचिव बनाया गया है। वहीं, ऊर्जा विभाग के अपर मुख्य सचिव नीरज मंडलोई को PWD के अतिरिक्त प्रभार से मुक्त कर दिया गया है।
रघुराज एम.आर. श्रम विभाग में सचिव नियुक्त
2004 बैच के IAS अधिकारी रघुराज एम.आर. को तकनीकी शिक्षा, कौशल विकास एवं रोजगार विभाग से हटाकर अब श्रम विभाग का सचिव बनाया गया है। इसी के साथ, खनिज साधन एवं पशुपालन विभाग के प्रमुख सचिव उमाकांत उमराव को श्रम विभाग के अतिरिक्त प्रभार से भी मुक्त कर दिया गया है।
अनिल सुचारी बने सागर संभाग के नए आयुक्त
2006 बैच के IAS अनिल सुचारी को सामान्य प्रशासन विभाग से स्थानांतरित कर सागर संभाग का नया आयुक्त बनाया गया है। उनके स्थान पर सामान्य प्रशासन विभाग में नई नियुक्ति जल्द की जाएगी।
अन्य अहम बदलाव
- मुकेश चंद्र गुप्ता, सचिव, मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग को अब राजस्व मंडल, ग्वालियर का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है।
- विवेक कुमार पोरवाल, प्रमुख सचिव, राजस्व विभाग एवं राहत और पुनर्वास आयुक्त को तकनीकी शिक्षा, कौशल विकास एवं रोजगार विभाग का भी अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है।
क्यों अहम है यह फेरबदल?
मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव की तैयारी जोरों पर है। ऐसे में निर्वाचन पदाधिकारी और प्रशासनिक ढांचे में यह फेरबदल काफी अहम माना जा रहा है। चुनाव प्रक्रिया को निष्पक्ष और प्रभावी बनाने के लिए अनुभवी अधिकारियों की नियुक्ति से सरकार ने बड़ा संदेश दिया है।
निष्कर्ष
मध्यप्रदेश में हुई इस प्रशासनिक सर्जरी से साफ है कि सरकार चुनावी तैयारियों के साथ-साथ विभागीय कार्यप्रणाली को भी बेहतर बनाने पर फोकस कर रही है। संजीव कुमार झा जैसे वरिष्ठ और अनुभवी अधिकारी की मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी पद पर नियुक्ति से चुनाव व्यवस्था को मजबूती मिलने की उम्मीद है।