✅ मुख्य बातें:
- बिजली चोरी रोकने के लिए ‘बिजली थाने’ खुलेंगे
- FIR दर्ज कर होगी सख्त कानूनी कार्रवाई
- भोपाल, इंदौर समेत 6 शहरों में पहले चरण की शुरुआत
- स्मार्ट मीटर से 20% सस्ती बिजली का दावा
- सरकारी दफ्तरों में लगेंगे प्री-पेड मीटर
मध्यप्रदेश में बिजली चोरी पर सरकार का बड़ा कदम
बिजली चोरी पर लगाम कसने के लिए मध्य प्रदेश सरकार अब सख्त एक्शन लेने जा रही है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने राज्य में ‘बिजली थाने’ खोलने की सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है। पहले चरण में ये थाने भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर, उज्जैन और रीवा में खुलेंगे।
इन थानों का क्या काम होगा?
इन ‘बिजली थानों’ की जिम्मेदारी होगी:
- बिजली चोरी की घटनाओं पर तत्काल कार्रवाई
- औचक निरीक्षण के दौरान सुरक्षा व्यवस्था देना
- केस डायरी तैयार करना और FIR दर्ज करना
- अदालत में डिस्कॉम (DISCOM) से जुड़े मामलों की मॉनिटरिंग
- बिजली विभाग की संपत्ति की सुरक्षा और बकाया वसूली में सहयोग
ऊर्जा विभाग की समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री के साथ ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर भी मौजूद रहे।
स्मार्ट मीटर से सस्ती होगी बिजली, बढ़ेगी पारदर्शिता
बैठक में मुख्यमंत्री ने स्मार्ट मीटर मॉडल को बढ़ावा देने की बात कही। उन्होंने कहा कि:
✔ स्मार्ट मीटर लगने से बिजली बिल 20% तक सस्ता होगा
✔ उपभोक्ता अपनी खपत का खुद आकलन कर सकेगा
✔ बिल में गड़बड़ी या अधिक चार्ज जैसी समस्याएं कम होंगी
सरकारी दफ्तरों में प्री-पेड मीटर अनिवार्य
सरकारी कार्यालयों में बिजली बिल की समस्या दूर करने के लिए 15 अगस्त से प्री-पेड मीटर लगाने का काम शुरू होगा। इससे समय पर भुगतान सुनिश्चित होगा और बकाया नहीं बढ़ेगा।
बिजली चोरी अब अपराध की श्रेणी में, FIR तय
सरकार ने स्पष्ट किया है कि अब बिजली चोरी केवल विभागीय मामला नहीं रहेगा, बल्कि इसे अपराध माना जाएगा। ऐसे में पकड़े जाने पर:
- आरोपियों के खिलाफ सीधे FIR दर्ज होगी
- कानूनी कार्रवाई होगी
- आर्थिक नुकसान की वसूली भी की जाएगी
मध्यप्रदेश में पहले चरण में कहां खुलेंगे बिजली थाने?
शहर का नाम | स्थिति |
---|---|
भोपाल | राजधानी, प्राथमिकता में |
इंदौर | बड़ा औद्योगिक केंद्र |
जबलपुर | प्रमुख शहर |
ग्वालियर | व्यापारिक केंद्र |
उज्जैन | धार्मिक और बड़ा नगर |
रीवा | विंध्य क्षेत्र का बड़ा शहर |
भविष्य में अन्य शहरों में भी थानों की योजना
सरकार ने संकेत दिए हैं कि आवश्यकता और समीक्षा के आधार पर आने वाले समय में अन्य जिलों में भी ‘बिजली थाने’ खोले जाएंगे।