BY: Yoganand Shrivstva
कर्नाटक के चामराजनगर जिले में स्थित माले महादेश्वर हिल्स वन्यजीव अभयारण्य (MM Hills Wildlife Sanctuary) से एक दर्दनाक खबर सामने आई है। यहां एक मादा बाघ और उसके चार मासूम शावक मृत पाए गए हैं। इन पांचों बाघों की रहस्यमयी मौत ने वन विभाग और पर्यावरण प्रेमियों के बीच चिंता की लहर दौड़ा दी है।
मामले की गंभीरता को देखते हुए राज्य के वन मंत्री ईश्वर खंडरे ने तत्काल जांच के आदेश दिए हैं। प्रारंभिक आशंका जताई जा रही है कि इन बाघों को जहर देकर मारा गया है, हालांकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही इस आशंका की पुष्टि हो पाएगी।
संभावित वजह: बदला या रक्षा?
वन अधिकारियों के मुताबिक, कुछ दिन पहले मादा बाघिन ने इलाके में एक गाय का शिकार किया था। आशंका जताई जा रही है कि जवाबी कार्रवाई के तौर पर स्थानीय ग्रामीणों ने जहर मिला चारा बाघिन को खिलाया हो, जिससे उसकी और उसके चार शावकों की जान चली गई।
यह मामला मानव-वन्यजीव संघर्ष के खतरनाक मोड़ की ओर इशारा करता है, जिसमें पशुधन की रक्षा के नाम पर वन्यजीवों को निशाना बनाया जा रहा है।
जंगल में सबसे ज्यादा बाघ कर्नाटक में, फिर भी सुरक्षा सवालों के घेरे में
बाघों की संख्या के मामले में कर्नाटक पूरे भारत में मध्य प्रदेश के बाद दूसरे स्थान पर आता है। वर्ष 2022 के टाइगर सेंसस के अनुसार, राज्य में 563 बाघ मौजूद हैं। लेकिन इतने बाघों के बावजूद यदि एक साथ पांच की मौत हो जाती है, तो यह सुरक्षा और संरक्षण नीति पर बड़ा सवाल उठाता है।
वन मंत्री की प्रतिक्रिया: ‘बहुत दुखद और गंभीर मामला’
वन मंत्री ईश्वर खंडरे ने इस दुखद घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा:
“एमएम हिल्स में एक मादा बाघ और उसके चार बच्चों की मौत हुई है। यह बेहद दर्दनाक खबर है। मैंने वन विभाग के अधिकारियों से इस पूरे प्रकरण की गहन जांच करने को कहा है। अगर यह जहर देने का मामला निकला, तो जिम्मेदार लोगों पर सख्त कार्रवाई होगी।”
जांच शुरू, शवों से लिए गए सैंपल
वन विभाग की टीम मौके पर पहुंच चुकी है और सभी मृत बाघों के शवों का निरीक्षण कर सैंपल जांच के लिए भेज दिया गया है। अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत की असली वजह पता चलेगी। वर्तमान में जहर दिए जाने की थ्योरी पर गंभीरता से काम किया जा रहा है।