BY: Yoganand Shrivastva
ग्वालियर: पुलिस ने चार दिन पहले शराब व्यापारी के मुनीम से 32.63 लाख रुपए लूटने की वारदात के मुख्य आरोपी को भी दबोच लिया है। पकड़ा गया आरोपी मुरैना निवासी विकास गुर्जर है, जिसने घटना के दिन खुद बैग छीनने की वारदात को अंजाम दिया था। उसके पास से लूट के बचे हुए पैसे भी बरामद कर लिए गए हैं।
पुलिस के अनुसार, विकास को सोमवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा। इसके साथ ही पहले से गिरफ्तार आरोपियों विजय और दीपक उर्फ दीपू को भी कोर्ट में पेश किया जाएगा। संभावना है कि पुलिस इन सभी की फिर से रिमांड लेकर और जानकारी जुटाएगी।
अब तक पांच आरोपी गिरफ्त में
इस मामले में पुलिस कुल पांच बदमाशों को गिरफ्तार कर चुकी है, जिनमें तीन मुख्य लुटेरे शामिल हैं। इसके अलावा राहुल और ध्रुव नाम के दो संदिग्धों को भी हिरासत में लिया गया है, हालांकि उनकी गिरफ्तारी की आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है।
कैसे हुई वारदात?
6 अगस्त की सुबह चामुंडा देवी मंदिर के पास यह लूट हुई थी। शराब कारोबारी लक्ष्मण शिवहरे के मुनीम आशाराम कुशवाह बैंक में पैसे जमा करने जा रहे थे। स्कूटी पर सवार मुनीम के पास एक बैग में ₹32.63 लाख नकद था। इसी दौरान तीन लुटेरे – दो ई-रिक्शा और एक बाइक से पहुंचे – जिन्होंने कट्टा दिखाकर बैग छीन लिया और अपाचे बाइक से फरार हो गए।
सीसीटीवी से पहचान
घटना के बाद जांच में मिले सीसीटीवी फुटेज में तीनों लुटेरे बाइक पर दिखे। बीच में बैठा युवक, जिसके हाथ में कैश का बैग था, वही विकास गुर्जर निकला। पुलिस पूछताछ में सामने आया कि इसी ने लूट की पूरी योजना बनाई और गैंग को निर्देश दिए।
ऑपरेशन ‘स्विफ्ट-48’ से मिली सफलता
ग्वालियर पुलिस ने इस मामले को सुलझाने के लिए “ऑपरेशन स्विफ्ट-48” शुरू किया, जिसका लक्ष्य 48 घंटे में अपराधियों को पकड़ना था। 80 पुलिसकर्मियों की 20 टीमों ने तीन राज्यों के 14 से अधिक शहरों में दबिश दी और आखिरकार मुख्य आरोपी को भी पकड़ लिया।
एसएसपी धर्मवीर सिंह ने बताया कि विकास गुर्जर ही वह शख्स है जिसने मुनीम से बैग छीना था। फिलहाल उससे विस्तृत पूछताछ जारी है।





