भारत में कार बाजार में तेजी से बदलाव आ रहा है। जहां पहले छोटी कारों का बोलबाला था, वहीं अब एसयूवी (SUV) की बढ़ती मांग ने इस सेगमेंट को पीछे धकेल दिया है। देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया ने सरकार से छोटी कारों की बिक्री को बढ़ावा देने के लिए विशेष प्रोत्साहन योजनाएं लागू करने की अपील की है।
इस लेख में जानिए क्यों गिर रही है छोटी कारों की बिक्री, इसका क्या प्रभाव है, और मारुति सुजुकी किस तरह से इस चुनौती का सामना करना चाहती है।
छोटी कारों की बिक्री में आई गिरावट के कारण
मारुति सुजुकी के अनुसार, कई कारण हैं जिनकी वजह से छोटी कारों की बिक्री में कमी आई है:
- कीमतों में बढ़ोतरी — नए नियमों और कड़े सुरक्षा मानकों के चलते छोटी कारों के दाम बढ़ गए हैं।
- एसयूवी की बढ़ती लोकप्रियता — आजकल ज्यादातर ग्राहक आरामदायक, प्रीमियम और बड़े आकार की एसयूवी खरीदना पसंद कर रहे हैं।
- ग्राहकों की प्राथमिकता में बदलाव — छोटी कारों से मन हटना और वाहन में अधिक फीचर्स व स्पेस की मांग बढ़ना।
मारुति सुजुकी ने बताया कि छोटे सेगमेंट में पहले जहां 30% से अधिक हिस्सेदारी थी, अब वह 30% से भी कम हो गई है।
छोटी कारों का बाजार: एक नजर
पिछले कुछ सालों में छोटी कारों की बिक्री में भारी गिरावट आई है।
- 2015-16 में 5 लाख से कम कीमत वाली कारों की बिक्री: लगभग 9,34,538 यूनिट्स।
- वित्त वर्ष 2024-25 में वही बिक्री: घटकर सिर्फ 25,402 यूनिट्स रह गई।
- मारुति सुजुकी ऑल्टो और एस-प्रेसो: मई 2025 में 6,776 यूनिट्स बिकीं, जबकि पिछले साल इसी महीने 9,902 यूनिट्स।
अन्य कॉम्पैक्ट कारों की बिक्री पर भी असर
मारुति की कुछ लोकप्रिय कारें जैसे बलेनो, सिलेरियो, डिजायर, इग्निस, स्विफ्ट, और वैगनआर की बिक्री भी प्रभावित हुई है।
- मई 2025 में इन कारों की बिक्री: 61,502 यूनिट्स
- मई 2024 में इन कारों की बिक्री: 68,206 यूनिट्स
एसयूवी की बढ़ती मांग के कारण, कॉम्पैक्ट हैचबैक और छोटी कारों की बिक्री लगातार नीचे आ रही है।
मारुति सुजुकी की मांग: सरकार से प्रोत्साहन योजना
मारुति सुजुकी इंडिया के मार्केटिंग और सेल्स सीनियर अधिकारी पार्थो बनर्जी ने कहा:
“सरकार को यह देखना होगा कि कैसे गाड़ियों का कारोबार बढ़े और छोटी कारों की बिक्री बढ़ाने के लिए प्रोत्साहन मिलें। कई ग्राहक जो वर्तमान में बाइक-स्कूटर पर निर्भर हैं, उन्हें कार खरीदने में मदद करनी होगी। नियमों के कारण छोटी कारों के दाम बढ़े हैं, जो ग्राहकों के लिए चिंता का विषय है।”
कंपनी चाहती है कि सरकार छोटे वाहन खरीदने वालों के लिए कुछ आर्थिक राहत या सब्सिडी जैसी योजनाएं लेकर आए, ताकि लोग फिर से छोटी कारों की ओर आकर्षित हों।
भारत में वाहन बाजार तेजी से बदल रहा है। जहां कभी छोटी कारों का जमाना था, आज ग्राहक बड़े और फीचर-रिच वाहनों की तरफ बढ़ रहे हैं। लेकिन देश में किफायती और इकोनॉमिकल गाड़ियों की भी जरूरत है, खासकर उन लोगों के लिए जो पहली बार कार खरीद रहे हैं। मारुति सुजुकी की सरकार से यह अपील देश के छोटे कार सेगमेंट को फिर से जीवित करने की दिशा में एक अहम कदम हो सकता है।