BY: Yoganand Shrivastva
जलना (महाराष्ट्र):महाराष्ट्र के जलना ज़िले के भोकरदन स्थित एक सरकारी ग्रामीण अस्पताल में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां प्रसव के दौरान एक गर्भवती महिला के पेट पर मेडिकल जैली की जगह गलती से हाइड्रोक्लोरिक एसिड लगा दिया गया। इस लापरवाही के चलते महिला के पेट पर जलने के गंभीर घाव हो गए। मामले की गंभीरता को देखते हुए जिला प्रशासन ने तत्काल जांच के आदेश दिए हैं।
क्या है पूरा मामला?
घटना शुक्रवार की है। खपारखेड़ा गांव की रहने वाली शीला भालेराव नामक महिला प्रसव के लिए भोकरदन के सरकारी अस्पताल में भर्ती हुई थीं। डिलीवरी की प्रक्रिया के दौरान एक नर्स ने पेट पर लगाने के लिए जो पदार्थ इस्तेमाल किया, वह मेडिकल जैली न होकर हाइड्रोक्लोरिक एसिड था।
सफाईकर्मी की गलती बनी हादसे की वजह
अस्पताल सूत्रों के मुताबिक यह गलती अस्पताल के सफाईकर्मी की वजह से हुई, जिसने गलती से सफाई में इस्तेमाल होने वाला एसिड दवाइयों के स्टोर में रख दिया। इसी भ्रम में नर्स ने उस बोतल को मेडिकल जैली समझकर प्रयोग में ले लिया, जिसके कारण महिला के पेट पर गंभीर जलन और घाव हो गए।
बच्चा स्वस्थ, पर मां को हुआ नुकसान
इस लापरवाही के बावजूद अच्छी बात ये रही कि महिला ने एक स्वस्थ शिशु को जन्म दिया। हालांकि, महिला को पेट पर गंभीर घावों का सामना करना पड़ा है, जिसकी इलाज प्रक्रिया जारी है।
जांच शुरू, दोषियों पर होगी कार्रवाई
जिलाधिकारी कार्यालय से जारी बयान में सिविल सर्जन डॉ. आर.एस. पाटिल ने कहा:
“यह मामला बेहद गंभीर और लापरवाहीपूर्ण है। इस घटना की जांच के आदेश दे दिए गए हैं और जो भी इसके लिए जिम्मेदार पाया जाएगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”
❗ क्यों चिंताजनक है यह मामला?
- अस्पताल में साफ-सफाई और दवाइयों को एक साथ रखना गंभीर प्रबंधन त्रुटि है।
- बिना लेबल या पहचान के केमिकल का खुले में रखा जाना, मरीजों की जान के लिए खतरा है।
- स्टाफ की ट्रेनिंग और सतर्कता में भारी कमी साफ झलक रही है।