BY: Yoganand Shrivastva
झांसी, उत्तर प्रदेश – झांसी में एक ऐसी सनसनीखेज वारदात का खुलासा हुआ है, जिसमें रिश्ते, लालच और अपराध की खौफनाक परतें सामने आई हैं। एक महिला ने संपत्ति के लालच में न केवल अपनी सास की हत्या की साजिश रची, बल्कि हत्या को अंजाम देने के लिए अपनी बहन और उसके प्रेमी का इस्तेमाल किया। इस पूरे मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
शुरुआत एक असफल विवाह से
ग्वालियर निवासी पूजा जाटव की शादी एक युवक से हुई थी, लेकिन जल्दी ही दोनों के बीच विवाद शुरू हो गया। पूजा ने अपने ही पति पर जानलेवा हमला करवाया, जिससे जुड़ा मुकदमा अदालत में चला। कोर्ट में पेशी के दौरान ही उसकी मुलाकात झांसी निवासी कल्याण राजपूत से हुई, जो खुद भी आपराधिक मामलों में लिप्त था। दोस्ती प्यार में बदली और दोनों झांसी में लिव-इन में रहने लगे।
लेकिन 2019 में एक सड़क हादसे में कल्याण की मौत हो गई।
जेठ से बना रिश्ता, पर सास बन गई दुश्मन
कल्याण की मौत के बाद पूजा, उसके बड़े भाई संतोष राजपूत के करीब आ गई। संतोष पहले से शादीशुदा था, लेकिन कुछ समय बाद उसने पूजा को अपनी दूसरी पत्नी के रूप में स्वीकार कर लिया। दोनों की एक बेटी भी हुई। संतोष और उनके पिता पूजा की बातों में आ जाते थे, लेकिन सास सुशीला देवी उससे खुश नहीं थीं। अक्सर घर में विवाद होते थे।
8 बीघा जमीन के लिए बनी हत्या की योजना
पूजा के मुताबिक ससुर और जेठ के पास कुल 16 बीघा जमीन थी। वह चाहती थी कि इसमें से 8 बीघा जमीन उसके नाम हो और वह ग्वालियर में बस सके। ससुर और पति तो तैयार थे, मगर सुशीला देवी इसके खिलाफ थीं। इसी से नाराज़ होकर पूजा ने ग्वालियर जाकर हत्या की साजिश रची। उसने अपनी बहन कमला उर्फ कामिनी और उसके प्रेमी अनिल वर्मा को इसमें शामिल किया और उन्हें प्रॉपर्टी में हिस्सा देने का लालच दिया।
प्लान के अनुसार सास को अकेला छोड़ा गया
पूजा ने अपने ससुर को बेटी के जन्मदिन का बहाना बनाकर ग्वालियर बुला लिया। वहीं पति संतोष को भी गर्भपात का बहाना देकर अपने पास बुलाया। 24 जून को सुशीला देवी घर पर अकेली थीं, इसी दौरान कमला और अनिल गांव पहुंचे। सुशीला से बहस के बाद दोनों ने उन्हें बेहोशी का इंजेक्शन लगाया, मुंह में कपड़ा ठूंस दिया और गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद घर से करीब 8 लाख रुपये के जेवरात और सामान लेकर फरार हो गए।
ससुर ने दर्ज कराया हत्या का मामला, पुलिस को मिला नया सुराग
जब ससुर अजय घर लौटे, तो दरवाजा बाहर से बंद मिला। भीतर प्रवेश करने पर उन्होंने पत्नी की लाश देखी। पहले उन्होंने बड़ी बहू रागिनी और उसके भाई पर हत्या का आरोप लगाया, लेकिन वे तुरंत थाने पहुंचकर खुद को निर्दोष साबित करने लगे। इसके बाद पुलिस की निगाहें पूजा पर टिक गईं, जो अपनी सास की मौत के बाद भी घर नहीं आई थी।
पूछताछ में पूजा ने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की, लेकिन सख्ती से पूछताछ में पूरे राज उगल दिए।
पुलिस ने आरोपियों को दबोचा, मुठभेड़ में अनिल घायल
पुलिस ने पूजा और कमला को गिरफ्तार कर इंजेक्शन की सीरिंज बरामद कर ली। फरार चल रहे अनिल को मुठभेड़ में गोली लगी और उसे भी गिरफ्तार कर लिया गया। उसके पास से लूटे गए जेवरात भी बरामद किए गए।
पति संतोष का बयान: “हमने उसे अपना समझा, मगर उसने मां छीन ली”
संतोष राजपूत ने बताया कि पूजा ने पहले उसके भाई कल्याण को प्रेमजाल में फंसाया, फिर खुद को हम सबके बीच स्वीकार करवाया। “हमने उसे परिवार का हिस्सा बनाया, लेकिन उसने मेरी मां की हत्या कर दी।” उसने बताया कि जिस बाइक से हत्यारे आए थे, वह ग्वालियर की तरफ जाती CCTV में कैद हुई, जिससे शक और पुख्ता हो गया।
एसपी सिटी का बयान
एसपी सिटी ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि टहरौली थाना क्षेत्र में सुशीला देवी की हत्या की गुत्थी सुलझा ली गई है। इसमें बहू पूजा, उसकी बहन कमला और कमला का प्रेमी अनिल शामिल थे। पूजा ने प्रॉपर्टी के लालच में यह हत्या कराई थी। अब तीनों आरोपी न्यायिक हिरासत में हैं।
इस मामले ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि अत्यधिक लालच, असंवेदनशील रिश्ते और आपराधिक सोच मिलकर समाज के लिए घातक रूप ले सकते हैं। पुलिस की तत्परता से इस खौफनाक साजिश का पर्दाफाश हो गया, लेकिन एक परिवार में जो टूटन और पीड़ा इस घटना से आई है, वह कभी नहीं भर सकेगी।