भारतीय जनता पार्टी ने लोकसभा चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों की 10वीं लिस्ट 10 अप्रैल को जारी कर दी। इस सूची में पार्टी ने चंडीगढ़ की मौजूदा सांसद किरण खेर का पत्ता काटकर संजय टंडन को चुनावी मैदान में उतारा है। बता दें कि टंडन चंडीगढ़ के बीजेपी अध्यक्ष हैं।
खेर का टिकट कटने का अंदाजा कुछ दिनों पहले ही मिल गया था। हाल ही में जब मीडिया ने उनसे चंडीगढ़ से फिर से चुनाव लड़ने की बात पूछी थी तो किरण खेर को बात को टालटे हुए देखा गया था। अब बीजेपी की लिस्ट आने से स्पष्ट हो चुका है कि किरण खेर चंडीगढ़ से चुनाव नहीं लड़ रही हैं।
किरण खेर चंडीगढ़ से दो बार रह चुकी हैं सांसद
जानकारी के लिए बता दें कि किरण खेर इस संसदीय क्षेत्र से 2 बार सांसद रह चुकी हैं। पहली बार चंडीगढ़ से साल 2014 में जीतकर लोकसभा पहुंचीं थीं। जबकि साल 2019 में एक बार फिर से बीजेपी ने यहां से उम्मीदवार बनाया और खेर ने भारी मतों से जीतकर लोकसभा पहुंचीं लेकिन इस बार इनका टिकट काट चंडीगढ़ के बीजेपी अध्यक्ष संजय टंडन को उम्मीदवार बनाया गया है।
कौन हैं संजय टंडन?
संजय टंडन ने अपनी राजनीति की शुरुआत साल 1991 से की थी। तब उन्हें बीजेपी ने अमृतसर लोकसभा सीट का प्रभारी बनाया था। टंडन ने अपनी सियासी सफर में पार्टी में कई अलग-अलग पदों पर रह चुके हैं। मौजूदा समय में संजय टंडन हिमाचल प्रदेश बीजेपी के सह-प्रभारी हैं। टंडन लंबे समय से चंडीगढ़ के अध्यक्ष हैं। जिसको देखते हुए पार्टी ने उन्हें इस बार मौका दिया है। बीजेपी टंडन के लंबा चौड़ा राजनीतिक अनुभव का फायदा लेना चाहती है।
संजय टंडन को लिखने का बड़ा शौक है। उन्होंने कई पुस्तकों का फॉरवर्ड लिखा है। साथ ही बीजेपी उम्मीदवार ने अपने पिता की जीवनी भी लिखी है। इसके अलावा वह समाज सेवा से भी जुड़े हुए हैं। वह कम्पीटेंट फाउंडेशन के नाम से एनजीओ चलाते हैं।