रिपोर्ट: सर्वेंद्र सिंह, कानपुर नगर
कानपुर समेत देशभर के कई बड़े शहरों में स्कूलों को बम से उड़ाने की संदिग्ध ईमेल धमकी ने हड़कंप मचा दिया है। बुधवार को भेजे गए इस ईमेल में देश के करीब 159 स्कूलों को बम से उड़ाने की बात कही गई, जिससे सुरक्षा एजेंसियों और अभिभावकों के बीच अफरा-तफरी मच गई।
इस धमकी भरे मेल की चपेट में कानपुर, आगरा, मेरठ जैसे उत्तर प्रदेश के प्रमुख शहर भी शामिल हैं। कानपुर में करीब एक दर्जन नामी स्कूलों को यह ईमेल प्राप्त होने की आशंका जताई जा रही है। गुलमोहर, जयपुरिया, एमिटी जैसे प्रतिष्ठित स्कूलों ने इस मेल की पुष्टि की है।
ईमेल सामने आने के बाद कानपुर कमिश्नरेट पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट मोड पर आ गई हैं। स्कूलों में सर्च ऑपरेशन चलाए जा रहे हैं, और बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाला गया है। वहीं कुछ स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी गई है।

संयुक्त पुलिस आयुक्त आशुतोष कुमार ने बताया कि –
“संदिग्ध मेल की जांच की जा रही है। इसकी लोकेशन ट्रैकिंग और सोर्स का पता लगाने के लिए खुफिया एजेंसियां सक्रिय हैं। अभी तक किसी स्कूल से बम या विस्फोटक जैसा कोई सामान बरामद नहीं हुआ है, लेकिन हम कोई जोखिम नहीं लेना चाहते।”

अभिभावकों में डर का माहौल
ईमेल की खबर फैलते ही शहरभर के स्कूलों के बाहर अभिभावकों की भीड़ जुट गई। बच्चों को सुरक्षित निकालने की कवायद में स्कूल प्रशासन और पुलिस प्रशासन जुटे रहे। हालांकि, पुलिस लगातार जनता से संयम और सतर्कता बनाए रखने की अपील कर रही है।
दिल्ली के स्कूलों को भी मिल चुकी हैं धमकियां
गौरतलब है कि दिल्ली में पिछले दो वर्षों में कम से कम 7 बार स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकियां मिल चुकी हैं। अप्रैल 2024 में एक साथ 100 से अधिक स्कूलों को धमकी भरे ईमेल मिले थे, जिससे राजधानी में भी दहशत का माहौल बन गया था। हालांकि सभी धमकियां फर्जी साबित हुई थीं, लेकिन हर बार पुलिस और एजेंसियों को गंभीरता से जांच करनी पड़ी है।
देशभर में स्कूली शिक्षा व्यवस्था को निशाना बनाकर डर फैलाने की इन घटनाओं ने साइबर सुरक्षा और निगरानी तंत्र की सख्ती की मांग फिर से तेज कर दी है। ईमेल की सत्यता की पुष्टि भले ही जांच के बाद होगी, लेकिन इन घटनाओं से यह साफ हो गया है कि देश की साइबर और भौतिक सुरक्षा दोनों को और मज़बूत करने की जरूरत है।