Isa Ahmad
REPORT- VAIBHAV SHARMA
गाज़ियाबाद की स्वाट टीम, क्राइम ब्रांच और औषधि विभाग की संयुक्त कार्रवाई में कैंसर की महंगी दवाओं की अवैध बिक्री करने वाले अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क का भंडाफोड़ किया गया है। कार्रवाई में पुलिस ने गिरोह के तीन सदस्यों—विश्वास त्यागी, प्रिंस और आकाश शर्मा – को गिरफ्तार किया है। यह गिरोह बिना बिल और बिना किसी वैध अनुमति के कैंसर मरीजों में उपयोग होने वाली अत्यधिक महंगी दवाओं की कालाबाजारी कर रहा था।
महंगी कैंसर दवाएं और नकदी बरामद, “Not For Sale” दवाओं की तस्करी का पर्दाफाश
टीम ने आरोपियों के कब्जे से KEYTRUDA, ENHERTU, GEFITIB, BILYPSA, CACIT 500mg, ZOLASTA 5ml और NOVOTEX 100mg जैसी लाखों रुपये कीमत वाली दवाएं बरामद की हैं। इसके अलावा 8 लाख 85 हजार रुपये नकद और एक XUV 700 वाहन भी जब्त किया गया है। ये दवाएं अस्पतालों और कैंसर उपचार केंद्रों में उपयोग के लिए होती हैं और कई पर “Supply Not For Sale” का उल्लेख भी पाया गया, जो इनकी अवैध खरीद-फरोख्त की पुष्टि करता है।
दिल्ली के मेडिकल नेटवर्क से जुड़ा था गिरोह, फर्जी बिलों के जरिए होता था खेल
जांच में सामने आया कि यह गिरोह दिल्ली के मेडिकल स्टोर और फार्मा सप्लाई नेटवर्क से जुड़ा हुआ था, जहां से ये दवाएं बेहद कम कीमत पर उठाई जाती थीं। एडीसीपी क्राइम पीयूष सिंह के अनुसार, आरोपी दवाओं की हेराफेरी कर उन्हें उनकी एमआरपी से कई गुना कम कीमत पर स्टॉक करते थे और फिर फर्जी क्रय-विक्रय बिल बनाकर बाजार में ऊंचे दाम पर बेचते थे। बरामद दवाओं का बाजार मूल्य लाखों रुपये में है, जो कैंसर मरीजों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण और दुर्लभ मानी जाती हैं।
कानूनी कार्रवाई शुरू, दवा तस्करी नेटवर्क पर बड़ा प्रहार
स्वाट टीम और औषधि विभाग बरामद दवाओं की विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर रहा है, जिसमें दवाओं के स्रोत, नेटवर्क और वितरण चैनल की जांच शामिल है। आरोपियों पर संबंधित औषधि अधिनियमों और IPC धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया जा रहा है।
अधिकारियों का कहना है कि यह कार्रवाई कैंसर दवाओं की अवैध बाजार में बिक्री करने वाले नेटवर्क पर बड़ा प्रहार है और आगे भी ऐसे गिरोहों पर सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।





