अमेरिकी एक्सपर्ट जिम क्रैमर की भविष्यवाणी का असर
नई दिल्ली, 7 अप्रैल:
अमेरिकी फाइनेंशियल एक्सपर्ट और CNBC के लोकप्रिय शो मैड मनी के होस्ट जिम क्रैमर की चेतावनी के बाद भारतीय शेयर बाजार में भारी गिरावट देखी गई है। क्रैमर ने हाल ही में बयान दिया था कि अमेरिकी बाजार एक बार फिर 1987 जैसे ‘ब्लैक मंडे’ की ओर बढ़ सकता है, जिसके असर से भारतीय बाजार भी नहीं बच सके।
आज सुबह से ही भारतीय शेयर बाजार में भारी बिकवाली देखने को मिली, और सेंसेक्स तथा निफ्टी जैसे प्रमुख इंडेक्स लगभग 4% की गिरावट के साथ कारोबार कर रहे हैं। निवेशकों के बीच भय और अनिश्चितता का माहौल बना हुआ है।
क्रैमर ने अपने बयान में कहा कि यदि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प दुनियाभर के देशों पर लगाए गए रेसिप्रोकल टैरिफ (पारस्परिक शुल्क) से पीछे नहीं हटते और नियमों का पालन करने वाले देशों को कोई राहत नहीं दी जाती, तो 1987 की ऐतिहासिक गिरावट की पुनरावृत्ति हो सकती है। उन्होंने कहा, “1987 में बाजार में तीन दिनों की गिरावट के बाद सोमवार को 22% की बड़ी गिरावट दर्ज की गई थी। अगर हालात नहीं बदले, तो वैसा ही कुछ फिर हो सकता है।”
क्रैमर की चेतावनी के बाद वैश्विक निवेशकों में बेचैनी बढ़ गई है और सभी की निगाहें आज शाम अमेरिकी बाजार के खुलने पर टिकी हैं। यदि वहां भी गिरावट जारी रही, तो यह वैश्विक आर्थिक स्थिरता के लिए खतरे की घंटी हो सकती है।
क्या है 1987 का ‘ब्लैक मंडे’?
19 अक्टूबर 1987 को अमेरिकी शेयर बाजार में एक ही दिन में लगभग 22% की गिरावट आई थी, जिसे अब ‘ब्लैक मंडे’ के नाम से जाना जाता है। इसका असर दुनियाभर के बाजारों पर पड़ा था और यह घटना आज भी सबसे बड़ी बाजार दुर्घटनाओं में गिनी जाती है।