भारत और इंग्लैंड के बीच ओवल में खेला जा रहा पांचवां और आखिरी टेस्ट रोमांचक मोड़ पर पहुंच चुका है। दोनों टीमों के बीच कड़ा मुकाबला जारी है और अब सबकी नजरें भारतीय कप्तान शुभमन गिल पर टिकी हैं, जिनके पास ऐसा कारनामा करने का मौका है, जो भारतीय टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में पहले कभी नहीं हुआ।
शुभमन गिल के सामने ऐतिहासिक मौका
भारत ने 1932 में अपना पहला टेस्ट मैच खेला था। तब से लेकर अब तक, जब भी भारत ने विदेशी धरती पर पांच मैचों की टेस्ट सीरीज खेली है, टीम इंडिया कभी भी सीरीज का आखिरी मैच नहीं जीत पाई है।
- अगर इस बार भारत इंग्लैंड को 35 रन बनाने से पहले ऑलआउट कर देता है, तो शुभमन गिल भारतीय इतिहास में पहले ऐसे कप्तान बन जाएंगे जिन्होंने यह उपलब्धि हासिल की।
- यह सिर्फ टीम इंडिया के लिए ही नहीं, बल्कि भारतीय टेस्ट क्रिकेट के पूरे इतिहास के लिए एक यादगार पल होगा।
मैच की मौजूदा स्थिति
- इंग्लैंड को जीत के लिए चाहिए सिर्फ 35 रन
- टीम इंडिया को चाहिए 4 विकेट
- चौथे दिन खेल खराब रोशनी के कारण रोका गया, जिससे मुकाबला पांचवें दिन तक खिंच गया।
यह स्थिति मैच को और भी रोमांचक बना देती है, क्योंकि अब दोनों टीमों के पास जीतने का बराबर का मौका है। हालांकि, अभी पलड़ा इंग्लैंड का भारी नजर आ रहा है।
पिच और हालात से इंग्लैंड को फायदा
आखिरी दिन खेल शुरू होने से पहले पिच पर भारी रोलर चलाया जाएगा, जिससे बल्लेबाजी थोड़ी आसान हो सकती है।
- भारतीय गेंदबाजों को नई गेंद तीन ओवर बाद ही मिलेगी, जो उन्हें विकेट दिलाने में मदद कर सकती है।
- चौथे दिन जब खेल रोका गया था, तब इंग्लैंड दबाव में था और भारतीय गेंदबाज लय में नजर आ रहे थे।
अगर भारतीय गेंदबाज उसी रफ्तार को बरकरार रखते हैं, तो मैच का रुख बदल सकता है।
क्या शुभमन गिल रच पाएंगे इतिहास?
यह मुकाबला न केवल सीरीज का परिणाम तय करेगा बल्कि यह भी कि क्या शुभमन गिल भारतीय टेस्ट क्रिकेट इतिहास में अपना नाम स्वर्ण अक्षरों में दर्ज कर पाएंगे।
- अगर भारत जीत हासिल करता है, तो यह भारतीय टेस्ट क्रिकेट की सबसे बड़ी ऐतिहासिक जीतों में से एक होगी।
- लाखों क्रिकेट प्रेमियों की निगाहें अब ओवल पर टिकी हैं कि क्या शुभमन गिल वह कारनामा कर पाएंगे, जो अब तक कोई भारतीय कप्तान नहीं कर सका।