संवाददाता: अविनाश चंद्र
कोयला उत्पादन में होगा नया अध्याय, मजदूरों की सुरक्षा भी होगी सुनिश्चित
छत्तीसगढ़ के एमसीबी जिले में स्थित कोयलांचल नगरी चिरमिरी के एनसीपीएच आर-6 माइंस में आज कोयला उत्पादन के क्षेत्र में एक नया कदम उठाया गया। कंटीन्यूअस माइनर मशीन का वर्चुअल उद्घाटन केंद्रीय कोयला व खान राज्य मंत्री श्री सतीश चंद्र दुबे द्वारा किया गया।
इस उन्नत मशीन की स्थापना से न केवल कोयला उत्पादन में उल्लेखनीय वृद्धि होगी, बल्कि मजदूरों की सुरक्षा और पर्यावरण संरक्षण जैसे अहम क्षेत्रों में भी सकारात्मक बदलाव आएंगे।
प्रतिदिन होगा 1500 टन कोयला उत्पादन
इस अत्याधुनिक कंटीन्यूअस माइनर मशीन की मदद से अब एनसीपीएच आर-6 माइंस से प्रतिदिन 1500 टन कोयले का उत्पादन संभव होगा। यह मशीन खदान में तेज, सुरक्षित और सतत उत्खनन को सुनिश्चित करती है।
तकनीक से मिलेगा सुरक्षा और संरक्षण
कोयला मंत्रालय के अनुसार, इस मशीन से खदान में मानव श्रमिकों की जोखिम भरी भूमिगत गतिविधियों में कमी आएगी। साथ ही, मशीन की सहायता से पर्यावरण को कम नुकसान होगा और धूल व प्रदूषण को भी नियंत्रित किया जा सकेगा।
ऊर्जा क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव की ओर
एमसीपीएच आर-6 उमा इनक्लाइन खदान में इस मशीन की स्थापना से कोयला ऊर्जा क्षेत्र में एक नई तकनीकी क्रांति की शुरुआत मानी जा रही है। यह पहल देश की ऊर्जा आत्मनिर्भरता को मजबूती देने के साथ-साथ स्थानीय कामगारों की सुरक्षा और सुविधा में भी बढ़ोत्तरी करेगी।
मंत्री ने क्या कहा?
उद्घाटन के दौरान केंद्रीय मंत्री सतीश चंद्र दुबे ने कहा:
“कंटीन्यूअस माइनर जैसी आधुनिक मशीनें खनन के क्षेत्र में भारत को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगी। इससे न केवल उत्पादन बढ़ेगा, बल्कि मजदूरों की सुरक्षा और पर्यावरण का संरक्षण भी सुनिश्चित होगा।”