Isa Ahmad
REPORT- SARTAJ HUSSAIN
फर्रुखाबाद जिले में डग्गामार डबल डेकर बसों का संचालन लगातार बढ़ता जा रहा है, लेकिन प्रशासन की कार्रवाई बेहद सीमित दिखाई दे रही है। पार्टी बुकिंग के नाम पर रजिस्टर्ड ये बसें खुलेआम सवारियों को ढो रही हैं और दिल्ली–जयपुर तक माल ढुलाई में इस्तेमाल हो रही हैं। जिले में ऐसी करीब 45 डबल डेकर बसें अवैध रूप से चल रही हैं, जिनके लिए अलग-अलग स्थानों पर टिकट काउंटर भी खोले गए हैं।
इस अनियंत्रित संचालन से न केवल ट्रैफिक व्यवस्था बिगड़ रही है, बल्कि सरकार को भारी आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ रहा है। अवैध यात्री ढुलाई से परिवहन विभाग को नुकसान पहुंच रहा है, जबकि माल ढुलाई में GST चोरी कर राजस्व विभाग को चूना लगाया जा रहा है।
बस माफिया इन वाहनों का उपयोग दोहरी कमाई के लिए कर रहा है—एक तरफ अवैध सवारी संचालन, दूसरी तरफ बिना GST के माल की आवाजाही। यह सब तब हो रहा है जब नियमों के अनुसार ये बसें सिर्फ पार्टी बुकिंग के लिए पंजीकृत हैं, न कि नियमित यात्री सेवा या माल ढुलाई के लिए।
अधिकारियों की प्रतिक्रिया
एआरटीओ प्रवर्तन सुभाष राजपूत ने बताया कि डबल डेकर बसों के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है। यदि GST चोरी की पुष्टि होती है, तो संबंधित विभाग को कार्रवाई के लिए सूचित किया जाएगा।
वहीं, GST के असिस्टेंट कमिश्नर सुनील कुमार ने कहा कि उन्हें मामले की जानकारी मिली है और जल्द अभियान चलाया जाएगा। यदि किसी बस संचालक को GST चोरी करते पाया गया, तो सख्त कार्रवाई होगी।
इसके बावजूद बस माफिया की पकड़ अब भी मजबूत बनी हुई है। वर्ष 2020 में कन्नौज के छिबरामऊ में हुए दर्दनाक हादसे का उदाहरण आज भी लोगों के मन में ताजा है, जिसमें डबल डेकर बस में आग लगने से 10 यात्रियों की मौत हो गई थी।
अब सवाल यह है कि क्या प्रशासन और विभाग मिलकर इस अवैध परिवहन को रोक पाएंगे, या फिर सरकारी तंत्र को ऐसे ही चूना लगता रहेगा?





