BY: Yoganand Shrivastva
हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत आतंकियों के ठिकानों पर सटीक कार्रवाई की। इस हमले में भारतीय सेना ने ड्रोन और मिसाइल का इस्तेमाल कर POK और पाकिस्तान में 9 आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया। जवाब में पाकिस्तान ने भी 100 से ज्यादा मिसाइलें और ड्रोन भारत की ओर दागे, लेकिन एक भी हमला सफल नहीं हो सका।
क्यों? इसका जवाब है – भारतीय वायुसेना का IACCS सिस्टम।
IACCS क्या है?
IACCS (Integrated Air Command and Control System) यानी एकीकृत वायु कमान और नियंत्रण प्रणाली भारतीय वायुसेना की एक अत्याधुनिक नेटवर्क-आधारित रक्षा प्रणाली है। यह प्रणाली युद्ध के समय सभी हवाई गतिविधियों की निगरानी और नियंत्रण का जिम्मा संभालती है।
➤ मुख्य कार्य:
- देशभर के हवाई और ज़मीनी सेंसर, रडार, कमांड सेंटर, और हथियार प्रणालियों को जोड़कर एक रियल-टाइम एयर पिक्चर बनाना।
- किसी भी संभावित हवाई खतरे की तुरंत पहचान और तुरंत जवाबी कार्रवाई करना।
- भारतीय सेना, नौसेना और वायुसेना के बीच तेज और समन्वित कार्रवाई सुनिश्चित करना।
IACCS का मकसद और कैसे करता है काम?
IACCS को विकसित करने का उद्देश्य था — भारत की हवाई सुरक्षा को मजबूत करना और नेटवर्क सेंट्रिक वॉरफेयर में भारत को अगुवा बनाना।
कैसे करता है काम:
- यह सिस्टम सैटेलाइट, एयरबोर्न सिस्टम्स, और ग्राउंड स्टेशन से मिले डेटा को जोड़ता है।
- सभी डेटा (इमेज, सिग्नल्स, ऑडियो और विजुअल) को रियल टाइम में एकत्रित कर कमान केंद्र को भेजता है।
- इससे यह तय किया जाता है कि हवा में उड़ रहा ऑब्जेक्ट दोस्त है या दुश्मन, और क्या उस पर हमला करना चाहिए।
IACCS के पीछे कौन हैं ये हीरोज?
भले ही IACCS सिस्टम के संचालन और डिजाइन में शामिल लोगों की जानकारी गोपनीय रखी जाती है, लेकिन यह कहना गलत नहीं होगा कि भारतीय वायुसेना के बहादुर अफसरों और टेक्नोलॉजी एक्सपर्ट्स की मेहनत ने इसे एक अजेय रक्षा कवच बना दिया है।
एयर मार्शल एके भारती ने इस सिस्टम की भूमिका की खुलकर तारीफ की है और इसे भारत की वायु रक्षा का मेरुदंड बताया है।
IACCS की मुख्य विशेषताएं
विशेषता | विवरण |
---|---|
रियल-टाइम मॉनिटरिंग | सभी हवाई गतिविधियों की सीधी निगरानी |
केंद्रीकृत नियंत्रण | पूरे देश के एयर डिफेंस का एक ही प्लेटफॉर्म से संचालन |
सटीक निर्णय क्षमता | टारगेट को पहचानकर तुरंत फैसला लेना |
स्वचालित डिफेंस | ऑटोमेटेड रडार और मिसाइल सिस्टम्स से कार्रवाई |
तीनों सेनाओं का समन्वय | थल, वायु और नौसेना के बीच रीयल-टाइम डेटा शेयरिंग |
क्यों है IACCS पाकिस्तान के लिए ‘नाइटमेयर’?
जब पाकिस्तान ने एक साथ 100 से ज्यादा मिसाइल और ड्रोन हमले किए, तब IACCS ने:
- हर एक मिसाइल को ट्रैक किया
- तुरंत खतरनाक टारगेट्स को चिन्हित किया
- ऑटोमेटेड एंटी-मिसाइल सिस्टम्स को सक्रिय किया
- किसी भी मिसाइल को भारतीय सीमा में घुसने नहीं दिया
नतीजा?
पाकिस्तान की एक भी मिसाइल भारतीय सीमा को छू तक नहीं सकी।