BY: Yoganand Shrivastva
हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश और भूस्खलन के चलते जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। 600 से ज्यादा सड़कें बंद हो गई हैं, कई जिलों में स्कूल-कॉलेजों को एहतियातन बंद कर दिया गया है। किन्नौर कैलाश यात्रा भी स्थगित कर दी गई है।
हिमाचल में बारिश का तांडव: हालात बेकाबू
हिमाचल प्रदेश में बीते 24 घंटे से हो रही भारी बारिश ने तबाही मचा दी है। बुधवार को प्रदेश के विभिन्न इलाकों में मूसलधार बारिश और भूस्खलन की घटनाओं के कारण चार राष्ट्रीय राजमार्गों समेत 617 सड़कें यातायात के लिए पूरी तरह बाधित हो गईं। प्रशासन को कई जिलों में स्कूल, कॉलेज और आंगनबाड़ी केंद्र बंद करने पड़े।
सबसे ज्यादा नुकसान कहां?
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (SEOC) के अनुसार:
- 377 सड़कें मंडी जिले में अवरुद्ध हैं।
- कुल्लू जिले में 90 से अधिक सड़कें बंद हैं।
- शेष सड़कें किन्नौर, शिमला, सोलन और अन्य जिलों में प्रभावित हुई हैं।
ये राजमार्ग भी हुए बंद
भूस्खलन की वजह से कई महत्वपूर्ण राष्ट्रीय राजमार्गों पर यातायात पूरी तरह ठप हो गया है:
- एनएच-21 (चंडीगढ़-मनाली)
- एनएच-5 (ओल्ड हिंदुस्तान-तिब्बत रोड)
- एनएच-3 (मंडी-धर्मपुर मार्ग)
- एनएच-305 (औट-सैंज मार्ग)
हालांकि, शिमला-कालका राष्ट्रीय राजमार्ग को कोटी के पास चक्की मोड़ से वाहनों के लिए दोबारा खोल दिया गया है।
कहां-कहां बंद हुए स्कूल?
प्रशासन ने एहतियातन कई इलाकों में शैक्षणिक संस्थानों को बंद रखने का निर्णय लिया है:
- शिमला जिले के सुन्नी, कुमारसैन, ठियोग, चौपाल, डोडरा क्वार, जुब्बल, रामपुर
- मंडी जिले के करसोग, सुंदरनगर
- कुल्लू जिले के निरमंड क्षेत्र
- सोलन जिले के कई उपखंड
इन क्षेत्रों में स्कूल, कॉलेज और आंगनबाड़ी केंद्रों को बंद कर दिया गया है। शिमला शहर के कई निजी स्कूलों ने छुट्टियों की घोषणा की है या ऑनलाइन पढ़ाई का विकल्प अपनाया है।
बारिश के आंकड़े: कहां कितनी बरसी
मंगलवार रात से बुधवार सुबह तक राज्य में कई जगह रिकॉर्ड स्तर की बारिश हुई:
स्थान | बारिश (मिलीमीटर में) |
---|---|
कसौली | 145 |
धर्मपुर | 122.8 |
गोहर | 120 |
मलरांव | 103.2 |
बग्गी | 95.9 |
नगरोटा सूरियां | 93.4 |
नैना देवी | 86.4 |
सुंदरनगर | 80.3 |
कांगड़ा | 71.4 |
बिलासपुर | 70.4 |
धौलाकुआं | 67 |