रिपोर्टर: रुपेश कुमार दास,हजारीबाग
झारखंड: हजारीबाग पुलिस ने एक बड़े अंतरराष्ट्रीय गिरोह का भंडाफोड़ किया है, जो युवाओं को नौकरी और बेहतर भविष्य का सपना दिखाकर अवैध तरीके से अमेरिका भेज रहा था। पुलिस ने इस मामले में गिरोह के सरगना उदय कुमार कुशवाहा समेत पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
उदय, जो अमेरिका का नागरिक है और जिसके पास ओवरसीज सिटीजनशिप ऑफ इंडिया (OCI) कार्ड है, मूल रूप से हजारीबाग के टाटी झरिया का रहने वाला है। पुलिस का कहना है कि उदय अब तक 12 से अधिक लोगों को डंकी रूट के जरिए अमेरिका भेज चुका है।
सोनू कुमार की शिकायत से खुला राज
पूरे मामले का खुलासा तब हुआ जब सोनू कुमार नामक युवक, जिसे अमेरिका से डिपोर्ट कर भारत भेजा गया था, ने हजारीबाग पुलिस को शिकायत दर्ज कराई।
- सोनू ने बताया कि उदय ने उसके परिवार से 45 लाख रुपये वसूले।
- उसे ब्राजील होते हुए चोरी-छिपे पेरू, कोलंबिया, पनामा और ग्वाटेमाला ले जाया गया।
- वहां 50 दिनों तक माफियाओं की गिरफ्त में रखा गया, जहां उसे एक समय का खाना ही दिया जाता था।
- उसे कंटेनर में छिपाकर रखा गया और बेहद अमानवीय परिस्थितियों में जीने को मजबूर किया गया।
अंततः जब सोनू अमेरिका की सीमा पार करने की कोशिश कर रहा था, तब वहां की पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया और चार महीने तक डिटेंशन सेंटर में रखने के बाद भारत वापस भेज दिया।
पुलिस ने धर दबोचे गिरोह के सदस्य
एसपी अंजनी अंजन ने बताया कि गहन जांच और शिकायतों की पुष्टि के बाद पुलिस ने गिरोह के किंगपिन उदय कुमार कुशवाहा के साथ उसके चार सहयोगियों—
- दर्शन प्रसाद
- लालमोहन प्रसाद
- चौहान प्रसाद
- शंकर प्रसाद
को गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही, गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में छापेमारी जारी है।
अब तक कितने लोग हुए शिकार?
पुलिस की जांच में सामने आया है कि गिरोह ने अब तक कम से कम 12 लोगों को डोंकी रूट के जरिए अमेरिका भेजा। इनमें शामिल हैं:
- दिगंबर कुशवाहा
- राजकुमार कुशवाहा
- नंदू कुमार
- पप्पू कुमार
- चंदन कुमार
- शंभू दयाल
- पृथ्वीराज कुशवाहा
- संजय वर्मा
- सुमन सौरभ प्रसाद
- प्रवीण कुमार
- अरुण कुमार
- धीरज कुमार
पुलिस की सख्त कार्रवाई
हजारीबाग पुलिस ने स्पष्ट किया है कि इस तरह के ह्यूमन ट्रैफिकिंग और अवैध माइग्रेशन गिरोहों पर कड़ी कार्रवाई जारी रहेगी। एसपी अंजनी अंजन ने लोगों से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत पुलिस को सूचना दें।
हजारीबाग में पकड़ा गया यह गिरोह झारखंड ही नहीं बल्कि पूरे देश के लिए एक गंभीर चेतावनी है। बेहतर भविष्य का सपना दिखाकर ऐसे माफिया न केवल पैसों की ठगी करते हैं, बल्कि मासूम युवाओं की जिंदगी भी खतरे में डालते हैं।