BY: Yoganand Shrivastva
ग्वालियर की पुरानी छावनी क्षेत्र में एक युवती ने मानसिक प्रताड़ना से तंग आकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। युवती ने पड़ोसी युवक मनीष कुशवाह द्वारा लगातार परेशान किए जाने की शिकायत पुलिस को दी थी, लेकिन आरोप है कि पुलिस ने मामला दर्ज करने की बजाय दोनों पक्षों के बीच राजीनामा करा दिया। यह घटना अब सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गई है।
क्या है पूरा मामला?
गंगा मालनपुर निवासी युवती ने 2 जुलाई को पुरानी छावनी थाने में शिकायत दी थी कि मनीष कुशवाह उसे लंबे समय से परेशान कर रहा है। लेकिन एफआईआर दर्ज करने के बजाय पुलिस ने समझौते का रास्ता अपनाया। युवती, आरोपी और उसके परिजनों ने थाने में एक हस्तलिखित समझौते पर हस्ताक्षर किए, जिसमें युवती ने यह लिखवाया कि अब उसे कोई पुलिस सहायता नहीं चाहिए।
पहले भी जान देने की कोशिश कर चुकी थी युवती
घटना के बाद यह भी सामने आया है कि 2 जुलाई की रात, राजीनामे के बाद युवती मानसिक रूप से इतना आहत हुई कि उसने रेलवे ट्रैक पर जाकर आत्महत्या का प्रयास किया। लेकिन उसकी मां समय रहते पहुंच गई और जान बचा ली गई। इसके बाद से ही युवती गहरे मानसिक तनाव में थी और अपने परिवार से कह चुकी थी कि वह आरोपी की प्रताड़ना का अंत अपनी जान देकर करेगी।
छेड़छाड़ और ब्लैकमेल का आरोप
परिजनों के मुताबिक, मनीष और युवती की जान-पहचान करीब दो साल पुरानी थी। मनीष उसे ब्लैकमेल कर अनुचित संबंध बनाने का दबाव बना रहा था। जब युवती ने उससे दूरी बनाई, तो उसने उसे शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित करना शुरू कर दिया।
- राह चलते पीछा करना
- हाथ पकड़ना
- जबरदस्ती साथ चलने की कोशिश करना
- फोटो एडिट कर सोशल मीडिया पर वायरल करना
यह सब सहते-सहते युवती अंदर से टूट चुकी थी।
सोशल मीडिया पर बदनाम करने की कोशिश
मनीष ने युवती के साथ की तस्वीरें अपने दोस्तों को दिखाकर बदनाम किया। उसकी छवि गांव में खराब हो गई। दोस्त और ग्रामीण भी उसके खिलाफ अपमानजनक भाषा का प्रयोग करने लगे थे।
परिजनों का आरोप: पुलिस ने गंभीरता नहीं दिखाई
युवती के चाचा ने बताया कि उन्होंने युवती को लेकर थाने में शिकायत की थी, लेकिन पुलिस ने मामले की गंभीरता को नजरअंदाज करते हुए सिर्फ समझौता करवा दिया। आरोपी को चेतावनी देकर छोड़ दिया गया।
क्या लिखा था हस्तलिखित समझौते में?
राजीनामे में युवती ने लिखा था:
“मैं गंगा मालनपुर की निवासी हूं। मेरा पड़ोसी मनीष से विवाद था, जिसके चलते मैंने शिकायत की थी, लेकिन परिवार और रिश्तेदारों के समझाने पर अब दोनों पक्षों में समझौता हो गया है। मुझे अब किसी पुलिस सहायता की जरूरत नहीं है।”
इस पर युवती, मनीष और एक अन्य व्यक्ति रामप्रकाश के हस्ताक्षर हैं। तारीख 2 जुलाई 2025 दर्ज है।
अब क्या कर रही है पुलिस?
घटना के बाद पुलिस ने आरोपी मनीष कुशवाह को गिरफ्तार कर लिया है। उसके मोबाइल फोन की जांच की जा रही है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि उसने कब-कब और कैसे युवती की तस्वीरें वायरल कीं। पुलिस का कहना है कि अब पूरे मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है।