ग्वालियर, मध्यप्रदेश: ग्वालियर में शुक्रवार को तीन नकाबपोश बदमाशों ने आश्रम में घुसकर दो साधुओं पर जानलेवा हमला कर दिया और नकदी, कार, मोबाइल फोन व अन्य कीमती सामान लूटकर फरार हो गए। इस वारदात के बाद इलाके में हड़कंप मच गया है।
गुरु पूर्णिमा की तैयारी के दौरान हमला
जानकारी के अनुसार, यह हमला ग्वालियर के शिवपुरी लिंक रोड स्थित वंखंडी आश्रम में हुआ, जहां पर जुना अखाड़ा मौज गिरी आश्रम प्रयागराज के बाबा शिवानंद गिरी और उनके साथी सतीशनंद गिरी गुरु पूर्णिमा की तैयारियों में जुटे थे।
इसी दौरान तीन नकाबपोश हमलावरों ने लाठी-डंडों और लोहे की रॉड से दोनों साधुओं पर हमला कर दिया।
लूट का विवरण:
- ₹50,000 नकद
- एक लैपटॉप
- दो मोबाइल फोन
- ह्युंडई ऑरा कार
हमले में बाबा शिवानंद गिरी के सिर पर गंभीर चोट आई है, जबकि उनके साथी सतीशनंद गिरी के सिर में चोट और हाथ में फ्रैक्चर हो गया। दोनों को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई
वारदात की जानकारी मिलते ही घाटिगांव पुलिस मौके पर पहुंची और पूरे शहर व आस-पास के ग्रामीण इलाकों में सघन नाकेबंदी कर दी गई।
घाटिगांव थाना प्रभारी सुघर सिंह ने बताया कि पुलिस पूरी मुस्तैदी से आरोपियों की तलाश में जुटी है और जल्द ही उन्हें पकड़ लिया जाएगा।
लूटी गई कार बरामद
शुक्रवार सुबह पुलिस ने लूटी गई ह्युंडई ऑरा कार को ग्वालियर के बहोड़ापुर इलाके में एबी रोड पर लावारिस हालत में बरामद कर लिया।
पुलिस को आशंका है कि शहर में लगे पुलिस नाकों और घेराबंदी के चलते बदमाश कार छोड़कर फरार हो गए।
एक हमलावर की हो सकती है पहचान
बताया जा रहा है कि तीन में से एक हमलावर ने अपना चेहरा नहीं ढंका था। बाबा शिवानंद गिरी ने दावा किया है कि अगर उसे सामने लाया जाए तो वह उसकी पहचान कर सकते हैं। इससे पुलिस को जांच में बड़ी मदद मिल सकती है।
आश्रमों में सुरक्षा पर सवाल
इस वारदात के बाद शहर के लोगों और श्रद्धालुओं में आक्रोश है। आश्रमों की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई है। लोग मांग कर रहे हैं कि विशेषकर त्योहारों और धार्मिक आयोजनों के दौरान आश्रमों में सुरक्षा व्यवस्था मजबूत की जाए।