BY: Yoganand Shrivastva
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के जरिए पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद पर कड़ा प्रहार किया। इस सैन्य जवाबी कार्रवाई के बाद अब भारत ने आर्थिक और रणनीतिक मोर्चे पर भी पाकिस्तान पर दबाव बढ़ा दिया है। सिंधु जल संधि को सस्पेंड करने और व्यापार पर प्रतिबंध जैसे कदमों का असर सीधे पाकिस्तान की कमजोर होती अर्थव्यवस्था पर पड़ेगा।
Contents
BY: Yoganand Shrivastvaसिंधु जल संधि का सस्पेंशन: क्यों बना बड़ा सिरदर्द?क्या है सिंधु जल संधि?भारत के कदम का प्रभावक्या हो सकते हैं संभावित परिणाम?भारत ने पाकिस्तान से व्यापार क्यों रोका?डीजीएफटी की कार्रवाईअप्रत्यक्ष व्यापार का क्या मतलब?अब क्या होगा?पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पहले से ही संकट मेंक्या कहते हैं आंकड़े?अब और क्या संकट बढ़ेगा?
सिंधु जल संधि का सस्पेंशन: क्यों बना बड़ा सिरदर्द?
क्या है सिंधु जल संधि?
- 19 सितंबर 1960 को भारत और पाकिस्तान के बीच यह जल समझौता हुआ था।
- विश्व बैंक की मध्यस्थता में हुए इस समझौते पर प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू और पाक राष्ट्रपति अयूब खान ने हस्ताक्षर किए थे।
- इसके तहत पाकिस्तान को सिंधु, झेलम और चिनाब नदियों का अधिकांश जल उपयोग करने की अनुमति दी गई थी।
भारत के कदम का प्रभाव
- पाकिस्तान अपनी कृषि भूमि का 80% और कुल जल उपयोग का 93% सिंधु प्रणाली पर निर्भर करता है।
- यह प्रणाली 23.7 करोड़ लोगों की आजीविका से जुड़ी है और GDP का एक चौथाई इससे आता है (मुख्य रूप से गेहूं, चावल, कपास जैसी फसलें)।
- मंगला और तरबेला बांधों की स्टोरेज क्षमता पहले ही सिर्फ 10% (14.4 MAF) है — ऐसे में जल प्रवाह का रुकना कृषि, बिजली और घरेलू पानी आपूर्ति के लिए विनाशकारी हो सकता है।
क्या हो सकते हैं संभावित परिणाम?
- भारी खाद्यान्न संकट
- शहरों में पानी की राशनिंग
- रोलिंग ब्लैकआउट (बिजली कटौती)
- कपड़ा और उर्वरक उद्योगों की गिरावट
- विदेशी मुद्रा संकट और महंगाई में उछाल
भारत ने पाकिस्तान से व्यापार क्यों रोका?
डीजीएफटी की कार्रवाई
- 2 मई को विदेश व्यापार महानिदेशालय (DGFT) ने एक नोटिफिकेशन जारी कर पाकिस्तान से आयात-निर्यात पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया।
- यह प्रतिबंध प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष व्यापार दोनों पर लागू है।
अप्रत्यक्ष व्यापार का क्या मतलब?
- पाकिस्तान से सीधे व्यापार सीमित है, लेकिन तीसरे देशों के जरिए व्यापार काफी होता है।
- उदाहरण: 500 मिलियन डॉलर मूल्य के सूखे मेवे, रसायन, कस्टम्स के जरिए भारत पहुंचते हैं।
अब क्या होगा?
- कस्टम अधिकारी अब पाकिस्तान से किसी भी माध्यम से आने वाले सामान को रोक सकेंगे।
- यह कदम पाकिस्तान की छिपी हुई आर्थिक निर्भरता को झटका देगा।
पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पहले से ही संकट में
क्या कहते हैं आंकड़े?
- दिसंबर 2024 तक पाकिस्तान पर 131 अरब डॉलर का विदेशी कर्ज बकाया था।
- FY2023 और FY2024 में पाकिस्तान ने IMF से $3 अरब से ज्यादा का कर्ज लिया।
- देश का विदेशी मुद्रा भंडार सिर्फ 3 महीने के आयात को ही कवर करने लायक है।
अब और क्या संकट बढ़ेगा?
- आयात महंगा होगा, महंगाई बढ़ेगी
- खाद्यान्न और पानी की कमी से सामाजिक अस्थिरता संभव
- उद्योगों पर असर, बेरोजगारी में इजाफा
- अंतर्राष्ट्रीय रेटिंग एजेंसियों से डाउनग्रेड की आशंका