BY: Yoganand Shrivastva
सुबह-सुबह शहर की सड़कों पर अचानक गोलियों की आवाज़ गूंजी और चंद पलों में शहर की फिजा में सनसनी फैल गई। उज्जैन में 18 लाख रुपये की लूट के बाद फरार चल रहे कुख्यात लुटेरे कौशल गुर्जर को पकड़ने पहुंची ग्वालियर क्राइम ब्रांच टीम पर जब फायरिंग शुरू हुई, तो पुलिस को जवाबी कार्रवाई करनी पड़ी। मुठभेड़ में एक पुलिस जवान को गोली लगी, जबकि लुटेरे को पैर में गोली मारकर गिरफ्तार कर लिया गया। उसका एक साथी अब भी फरार है।
अस्पताल के बाहर पहली भिड़ंत: पुलिस पर ताबड़तोड़ फायरिंग
जानकारी के मुताबिक, क्राइम ब्रांच को इनपुट मिला कि कुख्यात लुटेरा कौशल गुर्जर फूलबाग स्थित अस्पताल में अपनी बहन से मिलने आया है। जैसे ही टीम ने अस्पताल के बाहर घेराबंदी की, कौशल और उसके एक साथी ने पुलिस पर अचानक फायरिंग कर दी।
इस गोलीबारी में जवान जेनेंद्र गुर्जर को पेट और हाथ में गोली लगी। उन्हें तत्काल नजदीकी निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस अफरातफरी के बीच कौशल और उसका साथी मौके से फरार हो गए।
कैंसर पहाड़ी में दूसरी मुठभेड़: पैर में गोली लगते ही धराया कुख्यात लुटेरा
घटना के तुरंत बाद क्राइम ब्रांच, पड़ाव, डबरा और कंपू थाना पुलिस ने संयुक्त रूप से सर्च ऑपरेशन शुरू किया। कुछ घंटों की मशक्कत के बाद कैंसर पहाड़ी के जंगल में कौशल ट्रेस हो गया। पुलिस ने पहले सरेंडर करने को कहा, लेकिन उसने फिर से फायरिंग शुरू कर दी।
इस बार जवाबी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने उसके पैर में गोली मार दी, जिसके बाद वह घायल होकर गिर पड़ा। उसे जेएएच के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया है। उसका एक साथी बाइक पर भाग निकला, जिसकी तलाश जारी है।
18 लाख की लूट से जुड़ा है नाम, कई जिलों में दर्ज हैं गंभीर केस
कौशल गुर्जर वही अपराधी है, जो उज्जैन के नागदा में 18 लाख की लूट में फरार चल रहा था। उसके खिलाफ राजस्थान के अजमेर, मध्यप्रदेश के मुरार, डबरा, दतिया, पिछोर में कई गंभीर धाराओं में मुकदमे दर्ज हैं।
राजस्थान पुलिस ने उसके सिर पर 10 हजार का इनाम घोषित कर रखा था। पुलिस का कहना है कि वह लूट के दौरान हमेशा कट्टे से फायरिंग करता था और यह उसकी आदत बन चुकी थी।
देवर-भाभी से भी की थी लूट और मारपीट
पुलिस जांच में सामने आया है कि 25 जून को पिछोर के गोहिंदा गांव में कौशल ने अपने गैंग के साथ एक लूटकांड को अंजाम दिया था।
रात के समय सपना बघेल और देवर छोटू बघेल एक कार्यक्रम से लौट रहे थे, तभी तीन नकाबपोश बदमाशों ने उन्हें रोककर कट्टा अड़ाया और जमकर मारपीट की। उनके मंगलसूत्र, झुमके, पायल, बिछिया सहित तमाम जेवरात लूट लिए गए। इस वारदात में कौशल मुख्य आरोपी था।
पुलिस बोली: जान बचाने के लिए करनी पड़ी जवाबी फायरिंग
क्राइम ब्रांच एएसपी कृष्ण लालचंदानी ने बताया कि कौशल गुर्जर ने दो बार पुलिस पर जानलेवा हमला किया।
- पहली बार अस्पताल के पास घेराबंदी के दौरान फायरिंग कर भागा।
- दूसरी बार पहाड़ी इलाके में फायरिंग की, जिसके बाद पैर में गोली मारकर उसे गिरफ्तार किया गया।
अब पुलिस उससे पूछताछ कर रही है और उसकी गैंग के अन्य सदस्यों की तलाश में छापेमारी की जा रही है।