रिपोर्ट: विष्णु गौतम
दुर्ग की छावनी थाना पुलिस ने एक ऐसे चिटफंड घोटाले का पर्दाफाश किया है, जिसकी जड़ें पांच राज्यों तक फैली हुई हैं। इस ठगी के नेटवर्क का मास्टरमाइंड प्रकाश चंद्र जैन को पुलिस ने भोपाल से गिरफ्तार किया है। आरोपी पर आरोप है कि उसने अकेले 57 निवेशकों से करीब 13 लाख 97 हजार रुपए की ठगी की है।
भोपाल से पकड़ा गया मुख्य आरोपी
मुख्य आरोपी प्रकाश चंद्र जैन पहले से ही भोपाल की जेल में एसटीएफ द्वारा दर्ज एक अन्य मामले में बंद था। दुर्ग न्यायालय से प्रोडक्शन वारंट जारी कर 22 जुलाई को उसे पेश किया गया और छावनी पुलिस ने उसे अपनी गिरफ्त में लिया। पूछताछ के लिए उसे दो दिन की पुलिस रिमांड पर लिया गया है, जिसमें उससे ठगी की रकम और नेटवर्क से जुड़े अन्य पहलुओं की जानकारी ली जा रही है।
ऐसे फंसाता था लोगों को जाल में
सीएसपी सत्यप्रकाश तिवारी ने बताया कि आरोपी प्रकाश चंद्र जैन ने “दुर्घटना बीमा” और “उच्च रिटर्न स्कीम” के नाम पर लोगों को ठगा। वह लोगों से कहता था कि केवल 3,500 रुपए जमा करें और तीन साल बाद 35 लाख रुपए तक का रिटर्न मिलेगा। इस लालच में कई लोग उसके झांसे में आ गए और अपना पैसा गवां बैठे।
चिटफंड और धन परिचालन स्कीम के तहत केस दर्ज
पुलिस ने आरोपी के खिलाफ इनामी चिटफंड और धन परिचालन स्कीम के तहत मामला दर्ज किया है। जांच में सामने आया कि आरोपी की कंपनी और उसके डायरेक्टर पहले से ही मध्य प्रदेश, गुजरात, बिहार और राजस्थान जैसे राज्यों में ठगी के मामलों में लिप्त रहे हैं। राजस्थान सरकार ने तो इस कंपनी पर प्रतिबंध भी लगा रखा है।
पहले ही गिरफ्तार हो चुके हैं अन्य आरोपी
इस ठगी रैकेट से जुड़े प्रभुदयाल उजाला, मनोज सोनी और सुरेश सोनी को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज चुकी है। अब इस पूरे मामले में प्रकाश चंद्र जैन की गिरफ्तारी के साथ ही पुलिस को कई महत्वपूर्ण सुराग मिलने की उम्मीद है।
कुर्की की तैयारी में जुटी पुलिस
छावनी पुलिस अब आरोपी की चल-अचल संपत्तियों की कुर्की की कार्रवाई की तैयारी कर रही है। पुलिस का कहना है कि ठगी की रकम को किस तरह छुपाया गया, उसमें कौन-कौन शामिल था, इसका पूरा सच जल्द सामने लाया जाएगा।
मुख्य बिंदु:
- 5 राज्यों में फैला था ठगी नेटवर्क
- 57 निवेशकों से 13.97 लाख की ठगी
- भोपाल जेल से लाकर किया गया गिरफ्तार
- दुर्घटना बीमा और हाई रिटर्न का झांसा देकर करता था ठगी
- पहले ही गिरफ्तार हो चुके हैं तीन डायरेक्टर
- पुलिस रिमांड पर पूछताछ जारी
- संपत्ति कुर्की की तैयारी में पुलिस