रिपोर्टर: वैभव चौधरी
धमतरी जिले के नगरी क्षेत्र में भाजपा कार्यालय में हुई तोड़फोड़ और आगजनी की घटना के बाद पार्टी संगठन ने बड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई की है। पार्टी ने 7 कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को 6 वर्षों के लिए भाजपा से निष्कासित कर दिया है। इस निर्णय से भाजपा के भीतर हलचल मच गई है और संगठन में अनुशासन की सख्ती का स्पष्ट संदेश गया है।
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव बना विवाद का कारण
दरअसल, धमतरी जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक 12 से त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए भाजपा ने अरुण सार्वा को अधिकृत प्रत्याशी घोषित किया था। इस निर्णय से नाराज कुछ भाजपा कार्यकर्ताओं ने नगरी स्थित पार्टी कार्यालय में जमकर उत्पात मचाया, जिसमें कार्यालय में तोड़फोड़ की गई और आगजनी की घटना को भी अंजाम दिया गया।
अनुशासनहीनता पर कठोर कार्रवाई
पार्टी ने इस गंभीर घटना को लेकर जांच कमेटी गठित की थी। जांच के बाद भाजपा युवा मोर्चा के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य सहित कुल 7 लोगों को दोषी पाया गया, जिसके बाद पार्टी ने सभी को छह वर्षों के लिए निष्कासित करने का निर्णय लिया।
भाजपा प्रदेश महामंत्री का बयान
इस पूरे मामले पर भाजपा प्रदेश महामंत्री रामू रोहरा ने स्पष्ट रूप से कहा कि “भाजपा एक अनुशासित संगठन है और अनुशासनहीनता किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि पार्टी के अंदर किसी भी प्रकार की अव्यवस्था फैलाने वालों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
इस घटनाक्रम से स्पष्ट है कि भाजपा संगठन अब किसी भी प्रकार की गुटबाजी या असंतोष को सख्ती से निपटाने के मूड में है और पार्टी के भीतर अनुशासन बनाए रखने के लिए हर संभव कदम उठाए जा रहे हैं।