BY: Yoganand Shrivastava
इंदौर। नगर निगम में कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे ने भारतीय जनता पार्टी के नवनियुक्त मध्यप्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल को एक पत्र लिखकर इंदौर की जमीनी समस्याओं की ओर ध्यान आकर्षित किया है। पत्र में उन्होंने शहर को भ्रष्टाचार और अव्यवस्था से मुक्त कराने की अपील की है।
चौकसे ने खंडेलवाल को प्रदेशाध्यक्ष बनाए जाने पर बधाई देते हुए कहा कि अब जब आप देवी अहिल्या की पावन नगरी इंदौर पहुंचे हैं, तो यह उचित अवसर है कि आपको उस शहर की व्यथा सुनाई जाए, जिसे भले ही देश का सबसे स्वच्छ शहर कहा जाता है, लेकिन भीतर से वह कई गंभीर प्रशासनिक संकटों से जूझ रहा है।
25 वर्षों से भाजपा के शासन में है नगर निगम, फिर भी हाल बेहाल
नेता प्रतिपक्ष ने पत्र में यह उल्लेख किया कि इंदौर नगर निगम पिछले करीब ढाई दशक से भाजपा के अधीन है। जनता ने बार-बार भाजपा की परिषदों पर भरोसा जताया, लेकिन बदले में उन्हें टूटी हुई सड़कें, गड्ढों से भरी गलियां, लगातार जलभराव, बिजली कटौती और जवाबदेही से भागती हुई व्यवस्था मिली।
उन्होंने लिखा कि इंदौर नगर निगम आज भ्रष्टाचार का प्रतीक बन चुका है — नाला टेपिंग योजना से लेकर फर्जी फाइलों के माध्यम से करोड़ों की लूट सामने आई है। चौकसे ने लिखा कि एक जनप्रतिनिधि होने के साथ-साथ, वे एक ज़िम्मेदार नागरिक की हैसियत से भी शहर की तकलीफें साझा कर रहे हैं।
देवास-इंदौर बायपास बना मौत का रास्ता
पत्र में उन्होंने देवास-इंदौर बायपास की हालत को लेकर भी चिंता जताई। उन्होंने बताया कि यह बायपास अब तक कम से कम पांच लोगों की जान ले चुका है, जबकि करोड़ों की टैक्स वसूली के बावजूद सड़कों की हालत दिन-ब-दिन बदतर होती जा रही है। उन्होंने इसे जनता के धैर्य और सरकार की संवेदनशीलता की कठिन परीक्षा बताया।
जलसंकट और घटिया निर्माण कार्यों की शिकायत
नेता प्रतिपक्ष ने यह भी आरोप लगाया कि शहर में पेंचवर्क का काम महज 5 दिन में उखड़ जाता है, जबकि पानी का मासिक बिल पूरा आता है, लेकिन सप्लाई बमुश्किल कुछ घंटों के लिए होती है। उन्होंने कहा कि इंदौर, जो कभी भाजपा की उपलब्धियों का गौरव रहा है, अब उपेक्षा का शिकार बन गया है।
भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन की मांग
चौकसे ने पत्र में आग्रह किया कि इंदौर को एक बार फिर न्यायपूर्ण, पारदर्शी और संवेदनशील प्रशासन की ओर ले जाने की जरूरत है। चूंकि राज्य और केंद्र में भाजपा की सरकार है, इसलिए पार्टी अध्यक्ष के रूप में खंडेलवाल की जवाबदेही और प्रभाव दोनों महत्वपूर्ण हैं।
उन्होंने अंत में अपील की कि भाजपा अपने दायित्व को समझे और जिन अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के हाथों शहर की बागडोर है, उन्हें जवाबदेह बनाया जाए। इंदौर को एक बार फिर भ्रष्टाचार और अव्यवस्था से मुक्त कराकर विकास की पटरी पर लाने की जरूरत है।