क्या हुआ है?
पिछले कुछ हफ्तों में, कई क्रिप्टो निवेशकों को इनकम टैक्स विभाग (IT Department) से नोटिस मिले हैं। ये नोटिस P2P (Peer-to-Peer) क्रिप्टो ट्रेड्स पर टैक्स नहीं चुकाने के लिए जारी किए गए हैं। इनमें से ज्यादातर ट्रांजैक्शन विदेशी एक्सचेंजेज (जैसे Binance, FTX) के जरिए हुए थे, जो भारत में रजिस्टर्ड नहीं थे और इसलिए भारतीय टैक्स कानूनों का पालन नहीं करते थे।
एक मामला: ₹1,500 के मुनाफे पर ₹78,000 का जुर्माना!
राकेश (नाम बदला हुआ) ने 2022 में P2P ट्रेडिंग के जरिए ₹98,500 के क्रिप्टो को ₹1,00,000 में बेचा, जिससे उसे सिर्फ ₹1,500 का मुनाफा हुआ। लेकिन, जब उसके बैंक अकाउंट में ₹1,00,000 जमा हुए, तो IT डिपार्टमेंट ने नोटिस भेजकर पूछा—“यह पैसा कहाँ से आया?”
राकेश ने एक्सचेंज के ट्रांजैक्शन प्रूफ दिखाए, लेकिन टैक्स अधिकारी ने कहा—“आप बता नहीं पा रहे कि खरीदार कौन था? उसका PAN कार्ड क्या है?” चूंकि P2P ट्रेड में दूसरे पक्ष की पूरी KYC जानकारी नहीं थी, इसलिए IT डिपार्टमेंट ने इस ट्रांजैक्शन को “अनएक्सप्लेंड कैश क्रेडिट” (Unexplained Cash Credit) माना और ₹1,00,000 पर 78% (₹78,000) का जुर्माना लगा दिया!
यानी, ₹1,500 के मुनाफे पर ₹78,000 का टैक्स!
क्यों हो रहा है ऐसा?
- P2P ट्रेडिंग में KYC की कमी:
- ज्यादातर विदेशी एक्सचेंज (जैसे Binance) पर P2P ट्रेडिंग में खरीदार-विक्रेता का पूरा KYC डिटेल्स नहीं होता।
- बैंक अकाउंट में पैसा आता है, लेकिन IT डिपार्टमेंट को यह साफ नहीं होता कि यह कमाई कैसे हुई।
- नए टैक्स नियम (Section 115BBE):
- अगर आप “अनएक्सप्लेंड इनकम” (बिना स्रोत बताए आया हुआ पैसा) दिखाते हैं, तो 60% टैक्स + 25% सरचार्ज + 4% सेस मिलाकर कुल ~78% टैक्स देना पड़ सकता है!
- बिनेंस का डेटा शेयर करना:
- Binance अब भारत के फाइनेंशियल इंटेलिजेंस यूनिट (FIU) के साथ रजिस्टर्ड है और संदिग्ध ट्रांजैक्शन की रिपोर्ट कर रहा है।
- इससे IT डिपार्टमेंट को P2P ट्रेडर्स की लिस्ट मिल रही है।
क्या करें अगर आपको भी नोटिस मिले?
- ट्रांजैक्शन हिस्ट्री इकट्ठा करें:
- एक्सचेंज से ट्रांजैक्शन प्रूफ (चैट्स, ट्रांजैक्शन ID) निकालें।
- अगर एक्सचेंज बंद हो गया है (जैसे FTX), तो वॉलेट एड्रेस या बैंक स्टेटमेंट से प्रूफ दें।
- टैक्स कंसल्टेंट से बात करें:
- CA की मदद से IT डिपार्टमेंट को जवाब दें।
- भविष्य में सावधानी:
- सिर्फ भारतीय रजिस्टर्ड एक्सचेंज (जैसे CoinDCX, WazirX) पर ट्रेड करें, जहाँ TDS काटा जाता है।
- P2P ट्रेड में खरीदार/विक्रेता का PAN कार्ड लेना जरूरी है।
निष्कर्ष
सरकार क्रिप्टो पर सख्त निगरानी चाहती है। P2P ट्रेडिंग से टैक्स बचाने की कोशिश अब 78% जुर्माने में बदल सकती है। अगर आप क्रिप्टो में ट्रेड करते हैं, तो पूरी तरह लीगल रास्ता अपनाएँ, वरना IT डिपार्टमेंट की नजर आप पर भी हो सकती है!