BY: Yoganand Shrivastva
भोपाल: सॉफ्टवेयर इंजीनियर उदित गायकी की मौत के मामले में गिरफ्तार दोनों पुलिसकर्मी आरक्षक सौरभ आर्य और संतोष बामनिया, अब भोपाल सेंट्रल जेल में एक ही बैरक में रखे गए हैं। दोनों को सुरक्षा कारणों से जेल के “अ” खंड बंदी वार्ड में रखा गया है।
जेल सूत्रों के मुताबिक, आरक्षक सौरभ आर्य जेल आने के बाद से चुपचाप और तनावग्रस्त है, जबकि संतोष बामनिया सामान्य व्यवहार कर रहा है और अन्य बंदियों से बातचीत भी कर रहा है। रविवार रात दोनों की जेल में आमद हुई थी। एक अधिकारी से बातचीत में दोनों ने खुद को निर्दोष बताया और कहा कि उन्होंने “सिर्फ हल्का बल प्रयोग” किया था।

ये था पूरा मामला
भोपाल का सॉफ्टवेयर इंजीनियर उदित गायकी की मौत का मामला हाल के दिनों में सुर्खियों में रहा है। यह घटना पिपलानी थाना क्षेत्र के इंद्रपुरी इलाके की है। उदित अपने दोस्तों के साथ कार में बैठा था और गाना सुन रहा था। इसी दौरान गश्त पर निकले दो पुलिसकर्मी आरक्षक सौरभ आर्य और संतोष बामनिया वहां पहुंचे। उन्हें शक हुआ कि कार में शराब पी जा रही है। उन्होंने उदित को रोकने की कोशिश की, लेकिन कहासुनी बढ़ने पर पुलिसकर्मियों ने उदित को पकड़ लिया और उसकी पिटाई कर दी।
परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने उदित को बेरहमी से मारा-पीटा और कपड़े तक उतरवा दिए। बाद में उसकी तबीयत बिगड़ी और इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में भी यह बात सामने आई कि उदित की मौत शरीर में लगी गंभीर चोटों और अंदरूनी रक्तस्राव (Traumatic Haemorrhagic Pancreatitis) के कारण हुई।
मामले के सामने आने के बाद दोनों पुलिसकर्मियों को निलंबित कर गिरफ्तार किया गया। अब दोनों आरोपी भोपाल सेंट्रल जेल में बंद हैं और उन्हें सुरक्षा कारणों से एक ही बैरक में रखा गया है। फिलहाल पुलिस विभाग इस पूरे मामले की जांच कर रहा है और दोनों आरक्षकों से पूछताछ की जा रही है।