मिनी मुम्बई में प्रतिबंध के बावजूद चल रहा भिक्षावृत्ति का धंधा
इंदौर: मेट्री सिटी को भिक्षुक मुक्त करने की दिशा में महिला बाल विकास विभाग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 14 भिक्षुओं को पकड़ा है, जिसमें से एक महिला ने भिक्षावृत्ति करते हुए 10 से 12 दिन में 75 हजार रुपए इकट्ठा कर लिए, महिला बाल विकास विभाग की टीम ने उसे उज्जैन के सेवाधाम आश्रम भेजा है।
कलेक्टर आशीष सिंह के निर्देश पर शहर को भिक्षुक मुक्त करने के अभियान के तहत लगातार कार्रवाई की जा रही रही है। इसी कड़ी में महिला बाल विकास अधिकारी दिनेश मिश्रा के नेतृत्व में करीब 14 अलग-अलग टीम शहर के विभिन्न इलाकों में जाकर मंदिरों और धार्मिक स्थलों के आसपास भिक्षावृत्ति करने वाले लोगों को पड़ककर सेवाधाम आश्रम उज्जैन भेज रही है। बुधवार को कलेक्टर के आदेश के बाद महिला बाल विकास की टीम ने सुबह 8 बजे से कार्रवाई शुरू की और शहर के विभिन्न इलाकों में भिक्षावृत्ति कर रही महिलाओं के अलावा कुछ बुजुर्गों को भी पकड़ा और सभी को कलेक्टर के आदेश पर उज्जैन के सेवाधाम आश्रम भेज दिया गया। इसी दौरान महिला बाल विकास विभाग की टीम को राजवाड़ा के समीप शनि मंदिर पर भीख मांगते हुए एक महिला मिली, जिसकी जांच करने पर उसकी साड़ी के भीतर छुपाकर रखे गए 75 हजार से ज्यादा की रकम टीम ने बरामद की है। परियोजना अधिकारी दिनेश मिश्रा ने बताया कि महिला ने 10 से 12 दिन में भीख मांगकर यह राशि इकट्ठा की थी। महिला इंदौर के पालदा इलाके की रहने वाली है। इसके अलावा शहर में कुछ ऐसे परिवार भी हैं, जो 7 से 8 बार भिक्षावृत्ति करने के चलते पकड़े जा चुके हैं। वह लगातार भिक्षावृत्ति की बुराई से ही जुड़ जाते हैं। फिलहाल सभी भिक्षुओं को उज्जैन के सेवाधाम आश्रम में भेजा गया है। जहां उनकी काउंसलिंग करा कर उन्हें भिक्षावृत्ति छोड़कर समाज की मुख्य धारा में वापस लाने का प्रयास किया जा रहा है।
परियोजना अधिकारी दिनेश मिश्रा ने बताया कि महिला ने 10 से 12 दिन में भीख मांगकर यह राशि इकट्ठा की थी। महिला इंदौर के पालदा इलाके की रहने वाली है। इसके अलावा शहर में कुछ ऐसे परिवार भी हैं, जो 7 से 8 बार भिक्षावृत्ति करने के चलते पकड़े जा चुके हैं। वह लगातार भिक्षावृत्ति की बुराई से ही जुड़ जाते हैं। फिलहाल सभी भिक्षुओं को उज्जैन के सेवाधाम आश्रम में भेजा गया है। जहां उनकी काउंसलिंग करा कर उन्हें भिक्षावृत्ति छोड़कर समाज की मुख्य धारा में वापस लाने का प्रयास किया जा रहा है।