जानें काम्या मिश्रा की अनसुनी कहानी
बिहार कैडर की प्रसिद्ध आईपीएस अधिकारी काम्या मिश्रा, जिन्हें ‘लेडी सिंघम’ के नाम से जाना जाता है, ने अपनी नौकरी से इस्तीफा दे दिया है। महज 22 साल की उम्र में यूपीएससी परीक्षा पास कर आईपीएस बनने वाली काम्या ने 28 साल की उम्र में अपनी सेवा से त्यागपत्र दे दिया। उनके इस्तीफे को राष्ट्रपति द्वारा मंजूरी दे दी गई है।
कौन हैं काम्या मिश्रा?
काम्या मिश्रा का नाम बिहार के प्रशासनिक क्षेत्र में काफी चर्चित रहा है। उन्होंने अपने कड़े फैसलों और निष्पक्ष कार्यशैली के कारण जनता के बीच लोकप्रियता हासिल की। उनके मजबूत नेतृत्व और अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के कारण ही उन्हें ‘लेडी सिंघम’ कहा जाता था।
शिक्षा और यूपीएससी सफर
काम्या मिश्रा शुरू से ही पढ़ाई में अव्वल थीं। उन्होंने प्रतिष्ठित संस्थानों से अपनी शिक्षा पूरी की और अपनी कड़ी मेहनत और समर्पण के बल पर महज 22 वर्ष की उम्र में यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा पास कर ली।
पुलिस सेवा में योगदान
आईपीएस बनने के बाद, उन्होंने बिहार में कई अहम पदों पर कार्य किया। अपराध नियंत्रण, कानून व्यवस्था और भ्रष्टाचार के खिलाफ उनकी निडर कार्यशैली की काफी सराहना की गई। उन्होंने बिहार में कई बड़े अपराधियों के खिलाफ कड़े कदम उठाए और महिला सुरक्षा के लिए विशेष प्रयास किए।
इस्तीफे की वजह
काम्या मिश्रा ने पिछले साल अगस्त में अपने पद से इस्तीफा दे दिया था और लंबे समय से अवकाश पर थीं। हाल ही में, उनके इस्तीफे को राष्ट्रपति ने मंजूर कर लिया। हालांकि, उनके इस्तीफे के पीछे की सटीक वजह स्पष्ट नहीं की गई है, लेकिन कई रिपोर्ट्स के अनुसार, वे किसी नई दिशा में करियर बनाना चाहती हैं।
आगे की राह
काम्या मिश्रा के भविष्य को लेकर अटकलें जारी हैं। कुछ लोग मानते हैं कि वे शिक्षा, सामाजिक कार्य या किसी अन्य प्रशासनिक क्षेत्र में अपनी सेवाएं दे सकती हैं। वहीं, कुछ लोगों का मानना है कि वे निजी क्षेत्र में करियर बना सकती हैं।
काम्या मिश्रा की यह कहानी न केवल प्रेरणादायक है, बल्कि यह दिखाती है कि दृढ़ संकल्प और मेहनत से कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है। उनकी आगे की राह पर सभी की नजरें टिकी रहेंगी।