रिपोर्टर: पुनीत कुमार सेन
म.प्र: अनूपपुर जिले के अमरकंटक वन परिक्षेत्र के दमगढ़ बीट में 29 अगस्त को एक वयस्क मादा तेंदुआ का शव बरामद हुआ। घटना की जानकारी मिलते ही क्षेत्र में हड़कंप मच गया। जांच के दौरान यह खुलासा हुआ कि शिकारियों ने तेंदुआ को करंट लगाकर मार डाला था और उसका सिर व चारों पंजे गायब कर दिए थे।
दो आरोपी गिरफ्तार, मुख्य आरोपी फरार
वन विभाग की टीम ने फॉरेंसिक जांच और डॉग स्क्वॉड की मदद से दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
- मुख्य आरोपी अब भी फरार है, जिसकी गिरफ्तारी के लिए दबिश जारी है।
- आरोपियों ने शिकार के उद्देश्य से जंगल में जाल बिछाया था और उसे 11 केवी बिजली लाइन से जोड़ा, जिससे तेंदुआ की मौत हो गई।
वन विभाग का बयान
वन विभाग के एसडीओ लाल बहादुर सिंह ने बताया कि आरोपियों ने तेंदुआ को फंसाने के लिए बिजली का जाल लगाया था। बिजली का झटका लगने से तेंदुआ की मौके पर ही मौत हो गई।
“हमने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, मुख्य आरोपी की तलाश जारी है। जंगल की सुरक्षा और वन्यजीवों की रक्षा के लिए गश्त तेज कर दी गई है।”
– लाल बहादुर सिंह, SDO फॉरेस्ट पुष्पराजगढ़
वन्यजीव अपराध पर बड़ा सवाल
यह घटना वन्यजीव अपराध और जंगलों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल उठाती है।
- तेंदुआ जैसे संकटग्रस्त वन्यजीव पर हमला करना वन्यजीव संरक्षण अधिनियम का गंभीर उल्लंघन है।
- वन विभाग ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल कार्रवाई की है।
मुख्य बिंदु:
- स्थान: अमरकंटक वन परिक्षेत्र, दमगढ़ बीट, अनूपपुर
- घटना की तारीख: 29 अगस्त
- शिकार का तरीका: बिजली का करंट लगाकर हत्या
- गिरफ्तारी: 2 आरोपी गिरफ्तार, मुख्य आरोपी फरार
- गायब अंग: सिर और चारों पंजे
- जांच: फॉरेंसिक और डॉग स्क्वॉड की मदद से जांच
इस घटना ने जंगलों में शिकारियों की बढ़ती गतिविधियों को उजागर किया है। वन विभाग ने मामले में तेजी से कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया, लेकिन मुख्य आरोपी को पकड़ने के लिए अभी भी प्रयास जारी हैं। यह घटना जंगलों और वन्यजीवों की सुरक्षा के प्रति कड़े उपायों की जरूरत को दर्शाती है।