BY: Yoganand Shrivastava
अहमदाबाद: 12 जून को गुजरात के अहमदाबाद में हुए भीषण एयर इंडिया विमान हादसे के बाद राहत और पहचान का कार्य तेजी से जारी है। इस दर्दनाक हादसे में कुल 297 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। मृतकों में से कई के शव इतने बुरी तरह से जले हुए थे कि उनकी पहचान मुश्किल हो गई थी। ऐसे में डीएनए टेस्ट की मदद ली जा रही है।
डीएनए सैंपल से शवों की पहचान
अधिकारियों के अनुसार, अब तक 16 यात्रियों के डीएनए सैंपल उनके परिजनों के सैंपल से मेल खा चुके हैं, जिनमें से 9 शव उनके परिवारों को सौंपे जा चुके हैं। अन्य की पहचान प्रक्रिया जारी है।
हादसे में विमान में सवार 242 यात्रियों में से 241 की मृत्यु हो चुकी है, जबकि बाकी मृतक विमान में मौजूद क्रू और ग्राउंड स्टाफ हैं। अधिकतर शव जलने के कारण पहचान से बाहर हो गए थे, इसी वजह से परिजनों को अहमदाबाद बुलाया गया है ताकि डीएनए मिलान के जरिए मृतकों की पहचान की जा सके।
ब्लैक बॉक्स से खुलेगा हादसे का राज
बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर, जो लंदन के लिए रवाना हुआ था, दुर्घटना का शिकार हो गया। हादसे के 28 घंटे के भीतर विमान का ब्लैक बॉक्स बरामद कर लिया गया, जो जांच एजेंसियों के लिए अहम सुराग साबित हो सकता है।
ब्लैक बॉक्स की जांच से पता चलेगा कि विमान में आखिरी समय में क्या तकनीकी या मानवीय त्रुटि हुई। इसमें कॉकपिट की रिकॉर्डिंग और फ्लाइट डेटा शामिल होता है, जिससे दुर्घटना की असली वजह सामने आने की उम्मीद है।
घटनास्थल पर पहुंचे वरिष्ठ नेता
हादसे की गंभीरता को देखते हुए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह तुरंत अहमदाबाद पहुंचे और मौके का मुआयना किया। उन्होंने अस्पतालों में भर्ती घायलों से भी मुलाकात की। इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी हादसे के स्थल का दौरा किया और राहत कार्यों का जायज़ा लिया।
यह हादसा पूरे देश के लिए एक गंभीर त्रासदी बनकर सामने आया है। फिलहाल जांच एजेंसियां घटना की वास्तविक वजह का पता लगाने में जुटी हैं, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।