दुनिया के सबसे आक्रामक बल्लेबाज़ों में गिने जाने वाले एबी डिविलियर्स ने साबित कर दिया है कि उम्र उनके खेल पर कोई असर नहीं डालती।
41 साल की उम्र में भी वे मैदान पर उसी जुनून और ताक़त के साथ बल्लेबाज़ी कर रहे हैं, जैसे अपने सुनहरे क्रिकेट करियर के दिनों में किया करते थे।
वर्ल्ड चैंपियनशिप ऑफ लीजेंड्स में एबी डिविलियर्स की धमाकेदार वापसी
भले ही पहले दो मुकाबलों में उनका बल्ला खामोश रहा, लेकिन अगले मैचों में डिविलियर्स ने अपनी पुरानी यादें ताज़ा कर दीं।
उनकी पारी देखने के बाद युवा खिलाड़ी भी हैरान रह गए।
इंडिया चैंपियंस के खिलाफ ताबड़तोड़ पारी
- स्कोर: 61 रन
- गेंदें: 30
- चौके: 4
- छक्के: 3
इस मैच में डिविलियर्स ने अपनी क्लासिक आक्रामक बल्लेबाज़ी से दर्शकों का दिल जीत लिया।
इंग्लैंड चैंपियंस के खिलाफ लाजवाब शतक
इंग्लैंड चैंपियंस के खिलाफ डिविलियर्स ने महज़ 51 गेंदों में नाबाद 116 रन ठोक दिए।
- चौके: 15
- छक्के: 7
- स्ट्राइक रेट: 227.45
उनकी यह पारी टूर्नामेंट की सबसे यादगार पारियों में गिनी जा रही है।
ऑस्ट्रेलिया चैंपियंस के खिलाफ एक और तूफानी शतक
डिविलियर्स का बल्ला ऑस्ट्रेलिया चैंपियंस के खिलाफ भी आग उगलता रहा।
- स्कोर: 123 रन
- गेंदें: 46
- चौके: 15
- छक्के: 8
इस पारी के बाद यह साफ हो गया कि एबी डिविलियर्स अभी भी क्रिकेट के असली मिस्टर 360° हैं।
एबी डिविलियर्स का करियर रिकॉर्ड
- टी20 इंटरनेशनल: 78 मैच, 1672 रन (कोई शतक नहीं)
- कुल टी20 मैच: 340 मुकाबले, 9424 रन, 4 शतक
- आईपीएल में योगदान: रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) के सबसे भरोसेमंद बल्लेबाज़ों में शामिल
एबी डिविलियर्स ने एक बार फिर साबित किया है कि महान खिलाड़ी कभी बूढ़े नहीं होते।
वर्ल्ड चैंपियनशिप ऑफ लीजेंड्स में उनकी तूफानी पारियां आने वाले मैचों के लिए उत्साह और रोमांच को और बढ़ा रही हैं।