BY: Yoganand Shrivastva
गांधीनगर: गुजरात में आम आदमी पार्टी को एक बड़ा झटका लगा है। बोटाद से विधायक उमेश मकवाणा ने पार्टी के सभी संगठनात्मक पदों से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने इस संबंध में एक पत्र जारी कर पार्टी नेतृत्व को सूचित किया है।
इस्तीफे में क्या लिखा?
उमेश मकवाणा ने पत्र में कहा:
“मैं पिछले ढाई साल से AAP में राष्ट्रीय संयुक्त सचिव के रूप में कार्यरत रहा हूं। लेकिन वर्तमान में मेरी सामाजिक सेवाएं प्रभावित हो रही हैं। इसलिए मैं पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे रहा हूं। कृपया मुझे इन पदों से मुक्त किया जाए।”
उन्होंने आगे कहा कि वह पार्टी में कार्यकर्ता के रूप में योगदान देते रहेंगे। वहीं विधायक पद से इस्तीफा देने का निर्णय वे बोटाद की जनता से राय लेकर करेंगे।
पार्टी से बढ़ी नाराजगी?
सूत्रों के मुताबिक उमेश मकवाणा पिछले कुछ समय से पार्टी नेतृत्व से असंतुष्ट चल रहे हैं। उनके साथी AAP विधायकों के फोन कॉल्स का जवाब न देने और पार्टी कार्यक्रमों से लगातार गैरहाज़िर रहने से उनकी नाराजगी की अटकलें तेज हो गई थीं।
हालांकि, पहले भी उनके इस्तीफे की खबरें आई थीं, जिन्हें उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में खारिज कर दिया था। मगर हाल की गतिविधियों से साफ है कि पार्टी के भीतर मतभेद गहराते जा रहे हैं।
चुनावी सफर
- 2022 में उमेश मकवाणा ने बोटाद विधानसभा सीट से चुनाव जीतकर BJP और कांग्रेस को हराया था।
- पार्टी ने उन्हें भावनगर लोकसभा सीट से भी चुनाव में उतारा, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा।
- लोकसभा चुनाव के बाद से ही उनके और पार्टी नेतृत्व के बीच तनाव की स्थिति बनी हुई है।
गुजरात में AAP की स्थिति
गुजरात में आम आदमी पार्टी के पांच विधायक हैं। ऐसे में उमेश मकवाणा जैसे वरिष्ठ और चुनाव जिताने वाले चेहरे का इस्तीफा, पार्टी के लिए राजनीतिक रूप से बड़ा झटका माना जा रहा है।