भारतीय ऑलराउंडर विजय शंकर ने 2025-26 घरेलू सीजन से पहले अपने होम स्टेट तमिलनाडु को छोड़ने का बड़ा फैसला लिया है।
34 वर्षीय शंकर को तमिलनाडु क्रिकेट एसोसिएशन (TNCA) से नो-ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट (NOC) मिल गया है।
हाल ही में वह बुची बाबू टूर्नामेंट में TNCA प्रेसिडेंट्स XI से खेले थे। लेकिन दूसरे राउंड में बाहर किए जाने के बाद उन्होंने ज्यादा मौके पाने के लिए राज्य बदलने का फैसला किया।
तमिलनाडु में 13 साल का लंबा सफर
- विजय शंकर ने 2012 में रणजी डेब्यू किया।
- 13 साल में उन्होंने तमिलनाडु को विजय हजारे, देवधर ट्रॉफी और सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी जैसे खिताब दिलाए।
- रणजी ट्रॉफी में उनका रिकॉर्ड शानदार रहा:
- 81 पारियां
- 3142 रन (औसत 44.25)
- 11 शतक और 16 अर्धशतक
- गेंदबाजी में 43 विकेट भी झटके।
करियर की अहम उपलब्धियां
- 2014-15 रणजी सीजन में 11 पारियों में 57.70 की औसत से 577 रन बनाकर चयनकर्ताओं का ध्यान खींचा।
- इसके बाद वह भारत ए टीम का हिस्सा बने।
- 2019 वर्ल्ड कप में भारत की वनडे टीम में शामिल हुए।
- हाल ही में 2024-25 रणजी सीजन में चंडीगढ़ के खिलाफ नाबाद 150 रन की पारी खेली।
- TNPL में उन्होंने वरुण चक्रवर्ती के साथ मिस्ट्री स्पिन भी शुरू की, जिसमें कैरम बॉल और रॉन्ग-वन जैसे बदलाव शामिल थे।
तमिलनाडु छोड़ने वाले दूसरे सीनियर खिलाड़ी
विजय से पहले बी अपराजीत भी तमिलनाडु छोड़कर केरल चले गए थे।
अब TNCA ने उनकी जगह युवा खिलाड़ी आरएस अम्ब्रिश को मौका दिया है, जिन्होंने हाल ही में अंडर-19 में इंग्लैंड के खिलाफ शानदार प्रदर्शन किया।
तमिलनाडु टीम की मौजूदा चुनौतियां
- कप्तान आर साई किशोर चोट से उबर रहे हैं।
- गेंदबाज एस अजित राम लंबे समय तक बाहर रह सकते हैं।
- टीम मैनेजमेंट में बदलाव:
- एम सेंथिलनाथन (नए कोच)
- टी कुमारन (नए गेंदबाजी कोच)
विजय शंकर का तमिलनाडु छोड़ना राज्य क्रिकेट के लिए बड़ा बदलाव है। उनका अनुभव और प्रदर्शन टीम के लिए हमेशा यादगार रहेगा। अब देखना होगा कि वह किस नई टीम से जुड़ते हैं और आने वाले सीजन में कैसा प्रदर्शन करते हैं।





