BY: Yoganand Shrivastva
रूस में बुधवार सुबह जबरदस्त भूकंप के बाद कई देशों में सुनामी की आशंका गहराने लगी है। इस भूकंप की तीव्रता इतनी अधिक थी कि इसका प्रभाव प्रशांत महासागर से सटे 12 देशों तक देखा जा रहा है।
रूस में आया भीषण भूकंप
रूस के कामचटका प्रायद्वीप में बुधवार तड़के भारतीय समय अनुसार 4:54 बजे 8.8 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप आया। विशेषज्ञों के अनुसार यह दुनिया के अब तक के छठे सबसे बड़े भूकंपों में से एक है। इसकी वजह से समुद्र की गहराइयों में हलचल मच गई, और देखते ही देखते सुनामी की लहरें उठने लगीं।
कहां-कहां मंडरा रहा है खतरा?
भूकंप के बाद प्रशांत महासागर से सटे कई देशों में सुनामी की चेतावनी जारी कर दी गई है। जिन 12 देशों में खतरा सबसे अधिक बताया जा रहा है, वे हैं:
- रूस
- जापान
- अमेरिका
- कनाडा
- इक्वाडोर
- पेरू
- मेक्सिको
- न्यूजीलैंड
- चीन
- फिलीपींस
- ताइवान
- इंडोनेशिया
इन देशों के समुद्री तटवर्ती क्षेत्रों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया जा रहा है।
जापान में खतरे की घंटी
जापान के तटीय इलाकों में समुद्र की लहरें पहले ही टकराने लगी हैं। वहां की मौसम एजेंसी ने पूर्वी समुद्री किनारे के लिए चेतावनी जारी की है। होक्काइडो से क्योशू तक के इलाकों में लोगों को सतर्क रहने और समुद्र से दूरी बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं।
करीब 20 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
अमेरिका में स्थिति गंभीर
अमेरिका के 9 राज्यों में सुनामी का खतरा बताया जा रहा है। इनमें प्रमुख हैं:
- हवाई (1.5 मिलियन की आबादी)
- अलास्का (7.5 लाख की आबादी)
- कैलिफोर्निया (3.9 करोड़ की आबादी)
इसके अलावा वाशिंगटन, ऑरेगन, टेक्सास, न्यू मैक्सिको, एरिज़ोना और लुसियाना में भी अलर्ट जारी किया गया है। अमेरिका के कुछ हिस्सों में समुद्र की लहरें पहले ही किनारों से टकरा चुकी हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि अगर हालात गंभीर हुए, तो इसका असर 10 करोड़ से ज्यादा लोगों पर पड़ सकता है।
हवाई में खाली कराए गए तटीय क्षेत्र
हवाई द्वीप में समुद्री लहरों का असर साफ देखने को मिला है। प्रशासन ने तटीय इलाकों को खाली कराना शुरू कर दिया है। अभी लहरें भले ही ज्यादा ऊंची नहीं हैं, लेकिन ये एक बड़े खतरे की ओर इशारा कर रही हैं।