अब कौन बनेगा उपराष्ट्रपति ?
BY: VIJAY NANDAN
दिल्ली: क्या उपराष्ट्रपति का इस्तीफा वाकई सिर्फ़ स्वास्थ्य कारणों से हुआ है, या इसके पीछे है कोई गहरी सियासी कहानी है? सोमवार की शाम जब उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने अपना इस्तीफा राष्ट्रपति को सौंपा, तो देश की राजनीति में हलचल मच गई। विपक्ष सवाल उठा रहा है, तरह-तरह के आरोप लगा रहा है, तो सत्तापक्ष हैरान है, लेकिन चुप भी है। क्या यह महज़ संयोग है कि जिन उपराष्ट्रपति पर विपक्ष महाभियोग लाने की कोशिश कर चुका है, वही अब अचानक पद से हट जाते हैं? क्या इस इस्तीफे के पीछे विपक्ष के दबाव की कोई भूमिका है? या फिर यह कोई रणनीतिक कदम है, जिसके ज़रिए कोई नई भूमिका तय की जा रही है? स्वदेश एजेंडा में हम इन्हीं सवालों पर चर्चा करेंगे और जानने की कोशिश करेंगे कि 74 वर्षीय धनखड़ जी का इस्तीफा वाकई निजी फैसला है या एक गहन राजनीतिक संकेत ?
जगदीप धनखड़ जी अब पूर्व उपराष्ट्रपति हो चुके हैं. उन्होंने सोमवार को दिनभर संसद के उच्च सदन राज्यसभा में सभापति के तौर पर कार्य किया लेकिन शाम को अचानक अपने पद से इस्तीफा दे दिया. राष्ट्रपति ने उनका इस्तीफा मंजूर कर लिया है. भारत के राजनीतिक इतिहास में अचानक हुए इस इस्तीफे ने सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच जुबानी जंग छेड़ दी है. विपक्ष का सवाल ये है कि आखिर ऐसा क्या हुआ कि उपराष्ट्रपति जी ने अचानक अपने पद से इस्तीफा दे दिया. हालांकि उन्होंने राष्ट्रपति को भेजे अपने पत्र में स्वास्थ्य कारणों से इस्तीफा देना बताया है, लेकिन अब पूरे विपक्ष ने इस घटनाक्रम को लेकर सरकार की घेराबंदी शुरू कर दी है. विपक्ष के नेताओं की प्रतिक्रिया…
मल्लिकार्जुन खरगे, राष्ट्रीय अध्यक्ष, कांग्रेस
मोदी सरकार को ये जवाब देना चाहिए कि पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ जी ने क्यों रिजाइन किया? उसका कारण क्या है? इसके पीछे क्या राज है?
— Supriya Shrinate (@SupriyaShrinate) July 23, 2025
हमें लगता है ‘दाल में कुछ काला है’
वो BJP-RSS को डिफेंड करते थे, उनकी निष्ठा BJP-RSS के साथ थी
फिर रिजाइन क्यों किया? सरकार बताए
@kharge जी pic.twitter.com/N9VhX5QmBg
रेणुका चौधरी, सांसद, कांग्रेस
उपराष्ट्रपति जी हट्टे-कट्टे जाट हैं, किसान हैं।
— Renuka Chowdhury (@RenukaCCongress) July 22, 2025
उनको जो भी स्वास्थ्य संबंधी समस्या है, उसके लिए AIIMS है। वो ठीक हो जाती।
ये सरकारी बीमारी है। ये अजीब वायरस है जो भाजपा में इधर-उधर घूमती रहती है !!! #JagdeepDhankar pic.twitter.com/bLa8eLMWhO
संजय राउत, सांसद, यूबीटी
#WATCH | Delhi: Shiv Sena (UBT) MP Sanjay Raut says, "Big politics is going on behind the scenes, and it will be revealed soon. The resignation of the Vice President is not an ordinary event. I am not ready to believe that it is due to health… I was observing him yesterday. He… pic.twitter.com/TRo7eIdSfU
— ANI (@ANI) July 22, 2025
उधर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ जी के इस्तीफे के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया x पर लिखा
श्री जगदीप धनखड़ जी को भारत के उपराष्ट्रपति सहित कई भूमिकाओं में देश की सेवा करने का अवसर मिला है। मैं उनके उत्तम स्वास्थ्य की कामना करता हूं।
Shri Jagdeep Dhankhar Ji has got many opportunities to serve our country in various capacities, including as the Vice President of India. Wishing him good health.
— Narendra Modi (@narendramodi) July 22, 2025
श्री जगदीप धनखड़ जी को भारत के उपराष्ट्रपति सहित कई भूमिकाओं में देश की सेवा करने का अवसर मिला है। मैं उनके उत्तम…
बीजेपी और एनडीए के अन्य दलों की तरफ से भी प्रतिक्रिया आई, ज्यादार सांसदों ने उपराष्ट्रपति पद से अचानक इस्तीफा देने पर आश्चर्य जताया. साथ ही जगदीप धनखड़ जी के अच्छे स्वास्थ्य की कामना की है।
रवि किशन, सांसद, बीजेपी
#WATCH | Delhi | On the resignation of Vice President Jagdeep Dhankhar, BJP MP Ravi Kishan says, "…The opposition is making fun of someone's health condition and doing politics on it…The level of politics is falling…" pic.twitter.com/BuK2ruA0LH
— ANI (@ANI) July 22, 2025
जगदीप धनखड़ जी ने अपने इस्तीफे में स्वास्थ्य कारणों का उल्लेख किया है। हाल ही में उनकी सार्वजनिक उपस्थिति सीमित हो गई थी और यह चर्चा भी चल रही थी कि वे कुछ समय से स्वास्थ्य संबंधी चुनौतियों से जूझ रहे थे। इस कारण से ही उन्होंने पद छोड़ने का फैसला लिया हो। हालांकि राजनीकि गलियारों में उनके इस्तीफा देने के पीछे कई कयास लगाए जा रहे हैं।
पहला: राजनीतिक परिस्थितियाँ और दबाव !
राजनीतिक गलियारों में यह भी चर्चा है कि उपराष्ट्रपति के रूप में उनकी भूमिका में कुछ सीमाएं थीं और हालिया घटनाक्रमों से वे असहज महसूस कर रहे थे। सदन में लगातार विपक्ष और सत्ता पक्ष के टकराव ने उनकी भूमिका को कठिन बना दिया था।
दूसरा: व्यक्तिगत कारण या पारिवारिक प्राथमिकताएँ
संभव है कि लंबे सार्वजनिक जीवन के बाद उन्होंने अब व्यक्तिगत और पारिवारिक जीवन को प्राथमिकता देने का निर्णय लिया हो। यह भी एक कारण हो सकता है जिसे सार्वजनिक तौर पर स्पष्ट नहीं किया गया।
तीसरा: भविष्य की कोई नई भूमिका ?
कुछ राजनीतिक विश्लेषक यह भी कयास लगा रहे हैं कि इस्तीफा किसी नई जिम्मेदारी या राजनीतिक भूमिका के लिए रास्ता बनाने की दिशा में हो सकता है। हालांकि इस संबंध में अभी कोई आधिकारिक संकेत नहीं मिला है।
चौथा: विपक्ष लाया था महाभियोग प्रस्ताव
देश में 72 साल के संसदीय लोकतंत्र के इतिहास में धनखड़ पहले ऐसे राज्यसभा के सभापति और उपराष्ट्रपति रहे, जिनके खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव लाया गया था। हालांकि ये खारिज हो गया था। क्या ये भी एक कारण रहा है। लेकिन यहां सवाल ये है कि ये मामला 2024 का था।
पांचवां: विपक्ष का पक्षपात का आरोप लगाना
विपक्ष जगदीप धनखड़ जी पर पक्षपात का आरोप भी लगाता रहा है। विपक्ष का दावा था कि वह सिर्फ विपक्ष की आवाज व उनके सांसदों द्वारा उठाए गए सवालों को दबाते हैं। क्या इस्तीफे का ये कारण है।
- उपराष्ट्रपति के इस्तीफे की क्या है वजह?
- स्वास्थ्य कारण या सियासी असंतोष?
- इस्तीफे पर विपक्ष के सवाल और कयास
- इस्तीफे की वजह ‘राजनीतिक सेहत‘
- कांग्रेस ने बताया बिहार कनेक्शन !
विपक्ष के आरोप और सवाल अपनी जगह हैं. लेकिन 74 वर्षीय जगदीप धनखड़ जी का कार्यकाल 10 अगस्त 2027 तक था, उससे पहले उनके इस्तीफे ने देश की राजनीति में हलचल मचा दी है। अब सियासी गलियारों में इससे जुड़ी कई अटकलें लग रही हैं। क्या ये केवल स्वास्थ्य का मामला है, या इसके पीछे कोई बड़ी राजनीतिक रणनीति छिपी है, इसका जवाब आने वाले वक्त में जरूर सामने आएगा।