भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने इंग्लैंड की धरती पर एक शानदार और यादगार जीत दर्ज की है। तीन मैचों की वनडे सीरीज में भारत ने मेज़बान इंग्लैंड को 2-1 से मात दी। इस जीत में कप्तान हरमनप्रीत कौर का शतक, तेज़ गेंदबाज़ क्रांति गौड़ का कहर और तीन भारतीय बल्लेबाज़ों के सैकड़े निर्णायक साबित हुए।
तीसरे वनडे में क्रांति गौड़ की गेंदबाज़ी से बदला खेल
6 विकेट लेकर इंग्लैंड को किया ध्वस्त
22 जुलाई को खेले गए निर्णायक तीसरे वनडे में तेज़ गेंदबाज़ क्रांति गौड़ ने इंग्लैंड के बल्लेबाज़ों की कमर तोड़ दी। उन्होंने 9.5 ओवर में 52 रन देकर 6 विकेट चटकाए। ये उनके वनडे करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा।
- इंग्लैंड के दोनों ओपनर को जल्दी पवेलियन भेजा
- अंतिम ओवर्स में निचले क्रम के विकेट झटके
- पूरी सीरीज में 9 विकेट लेकर सबसे सफल गेंदबाज़ बनीं
इंग्लैंड की टीम 319 रन के विशाल लक्ष्य का पीछा करते हुए 49.5 ओवर में 305 रन पर ढेर हो गई और भारत ने मुकाबला 13 रन से जीत लिया।
हरमनप्रीत कौर का ऐतिहासिक शतक
397 दिन बाद वनडे में शतक
कप्तान हरमनप्रीत कौर ने बल्ले से कमाल दिखाया और 82 गेंदों पर 102 रन की तूफानी पारी खेली। इस दौरान उन्होंने 14 चौके जड़े और इंग्लैंड के खिलाफ वनडे में अपने 1000 रन भी पूरे किए।
- वनडे में 4000 रन बनाने वाली भारत की तीसरी और विश्व की 17वीं महिला बल्लेबाज़ बनीं
- इंग्लैंड में 3 शतक जड़ने वाली पहली विदेशी महिला बल्लेबाज़ बनीं
- उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच और प्लेयर ऑफ द सीरीज दोनों खिताब मिले
भारत की जीत के नायक: 3 शतकवीर बल्लेबाज़
भारत की जीत में केवल हरमनप्रीत ही नहीं, बल्कि दो और बल्लेबाज़ों ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
स्मृति मंधाना – 115 रन
जेमिमा रोड्रिग्ज – 101 रन
हरमनप्रीत कौर – 126 रन (संपूर्ण सीरीज में)
तीनों खिलाड़ियों ने सीरीज में 100 से अधिक रन बनाकर भारत को सीरीज जिताने में निर्णायक भूमिका निभाई।
वनडे सीरीज का सारांश
मैच | परिणाम | भारत के नायक |
---|---|---|
पहला वनडे | इंग्लैंड जीता | – |
दूसरा वनडे | भारत जीता | क्रांति गौड़ (3 विकेट), मंधाना |
तीसरा वनडे | भारत जीता | हरमनप्रीत (102), क्रांति (6 विकेट) |
भारतीय महिला टीम ने रचा नया इतिहास
इस सीरीज जीत ने न केवल भारत को गौरवान्वित किया, बल्कि यह साबित कर दिया कि भारतीय महिला क्रिकेट टीम अब दुनिया की किसी भी टीम को उसके घर में हराने की ताकत रखती है। हरमनप्रीत की कप्तानी, क्रांति की गेंदबाज़ी और बल्लेबाज़ों का दमखम — इन सबने मिलकर इंग्लैंड में क्रांति की एक नई लहर पैदा कर दी है।