भारत और इंग्लैंड के बीच चल रही टेस्ट सीरीज अब निर्णायक मोड़ पर पहुंच गई है। चौथा टेस्ट मैच मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान में खेला जाएगा, और यह मुकाबला भारतीय टीम के लिए करो या मरो की स्थिति जैसा है। इस अहम मैच से पहले टीम इंडिया को चोटों की चुनौती का सामना करना पड़ रहा है, जिसके कारण प्लेइंग इलेवन में एक बड़ा बदलाव संभव है।
भारतीय कप्तान शुभमन गिल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक ऐसा बयान दिया जिसने सबका ध्यान खींचा – एक ऐसा खिलाड़ी, जो एक दिन पहले तक स्क्वॉड का हिस्सा नहीं था, अब डेब्यू कर सकता है।
कौन हैं अंशुल कंबोज?
अंशुल कंबोज एक युवा तेज गेंदबाज हैं जो घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन के लिए जाने जाते हैं। अपनी स्पीड और स्विंग से उन्होंने रणजी ट्रॉफी और अन्य घरेलू टूर्नामेंट्स में विरोधियों को परेशान किया है। अब उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी छाप छोड़ने का मौका मिल सकता है।
शुभमन गिल ने क्या कहा?
प्रेस कॉन्फ्रेंस में गिल ने बताया:
“अंशुल कंबोज डेब्यू के बेहद करीब हैं। हम कल प्रसिद्ध कृष्णा और अंशुल के बीच फैसला लेंगे।”
गिल के इस बयान से साफ है कि टीम मैनेजमेंट अंशुल को मौका देने के पक्ष में है, खासकर तब जब तेज गेंदबाजों की चोटें टीम को परेशान कर रही हैं।
टीम में चोटों का संकट
- कुछ प्रमुख गेंदबाज चोटिल हैं, जिससे टीम की गेंदबाजी कमजोर हो गई है।
- टीम मैनेजमेंट को नए विकल्पों की तलाश है।
- इसी के चलते अंशुल कंबोज को स्क्वॉड में शामिल किया गया।
क्यों अहम है यह डेब्यू?
- मैनचेस्टर की पिच तेज गेंदबाजों को मदद देती है।
- इंग्लैंड के खिलाफ ऐसे मौके कम ही मिलते हैं जब कोई युवा खिलाड़ी सीधे टेस्ट में डेब्यू करे।
- अगर अंशुल को मौका मिलता है और वह प्रभावशाली प्रदर्शन करते हैं, तो यह उनके करियर का टर्निंग पॉइंट हो सकता है।
क्या मिलेगा अंशुल को मौका?
चौथे टेस्ट से पहले भारतीय फैंस की नजरें अब एक ही सवाल पर टिकी हैं – क्या अंशुल कंबोज को मिलेगा डेब्यू का मौका? कप्तान के बयान और टीम की स्थिति को देखते हुए संभावना काफी प्रबल लग रही है। यदि ऐसा होता है, तो यह भारतीय क्रिकेट के लिए एक नया अध्याय साबित हो सकता है।